एम्‍स के विशेषज्ञ की लोगों को चेतावनी, कहा- खत्‍म नहीं हुई है महामारी, जानें- बचाव को लेकर क्‍या दी सलाह

अनलॉक होते राज्‍यों के बीच एम्‍स के विशेषज्ञ ने इस बात को लेकर चेतावनी दी है कि लोगों को ऐसे हालातों में कोविड-19 की रोकथाम के लिए बनाए नियमों को कड़ाई से पालन करना होगा। उन्‍होंने सरकार को सलाह दी है कि हॉटस्‍पॉट इलाकों में छूट न दी जाए।

By Kamal VermaEdited By: Publish:Mon, 14 Jun 2021 07:58 AM (IST) Updated:Mon, 14 Jun 2021 07:58 AM (IST)
एम्‍स के विशेषज्ञ की लोगों को चेतावनी, कहा- खत्‍म नहीं हुई है महामारी, जानें- बचाव को लेकर क्‍या दी सलाह
ऑल इंडिया इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस के मेडिसिन डिपार्टमेंट के प्रमुख डॉक्‍टर नवनीत विज

नई दिल्‍ली (एएनआई)। देशभर में जैसे-जैसे कोरोना संक्रमण के मामलों में गिरावट आ रही है वैसे-वैसे ही राज्‍यों ने अनलॉक की प्रक्रिया की ओर बढ़ना शुरू कर दिया है। देशभर के कई राज्‍यों ने ज्‍यादातर प्रतिबंधों को हटा लिया है। राजधानी दिल्‍ली में सोमवार से हर चीज को दोबारा खोल दिया गया है। ऐसे में विशेषज्ञों ने लोगों को और सरकारों को चेतावनी भी दी है। विशेषज्ञों का कहना है कि कोरोना महामारी अभी खत्‍म नहीं हुई है। इसलिए लोगों को भी ये सुनिश्चित करना होगा कि वो अपने यहां पर महामारी का हॉटस्‍पॉट न बनने दें।

न हो कोई ढिलाई 

दिल्‍ली स्थित ऑल इंडिया इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस के मेडिसिन डिपार्टमेंट के प्रमुख डॉक्‍टर नवनीत विज का कहना है कि जरूरत इस बात है कि लोग इस महामारी के प्रति अपने व्‍यवहार को न बदलें और किसी भी तरह की ढिलाई न लाएं। उन्‍होंने ये भी सलाह दी है कि अनलॉक की प्रक्रिया को कुछ धीमा करना चाहिए और साथ ही जो हॉटस्‍पॉट मौजूद हैं उनपर पूरी निगाह रखी जानी चाहिए। हमें हर हाल में कोविड-19 की रोकथाम के लिए बनाए गए नियमों के दायरे में ही रहकर काम करना होगा। साथ ही इस बात को भी सुनिश्चित करना होगा कि न तो हम या हमारा परिवार इस वायरस की चपेट में आएं और न ही दूसरों को ही आने दें। उनके मुताबिक वर्तमान समय में देश में कोरोना संक्रमण के दस लाख एक्टिव मामले हैं। डॉक्‍टर विज एम्‍स टास्‍क फोर्स के भी प्रमुख हैं।

हॉटस्‍पॉट इलाकों में न हो छूट 

डॉक्‍टर विज ने स्‍थानीय स्‍तर पर अनलॉक करने की सलाह दी है। इसके अलावा वो जगह जहां पर अब भी हॉटस्‍पॉट बरकरार है वहां पर लॉकडाउन में किसी तरह की छूट देना सही नहीं होगा। देश में तीसरी लहर की आशंका के जवाब में उन्‍होंने कहा कि इसको लेकर किसी भी तरह से डरने की जरूरत नहीं है। लेकिन हॉटस्‍पॉट वाली जगहों पर ज्‍यादा ध्‍यान देने की जरूरत है।

वैक्‍सीन ही है बचाव 

उन्‍होंने सीएमसी की उस रिपोर्ट पर भी जवाब दिया है जिसमें कहा गया है कि जो लोग पूरी तरह से वैक्‍सीनेट हो चुके हैं वो अस्‍पताल जाने की स्थिति से 77 फीसद तक सुरक्षित हैं। उनका कहना है कि हर व्‍यक्ति को वैक्‍सीन लेनी चाहिए। यह लोगों को मौत के मुंह में जाने से बचा सकती है। उनके मुताबिक कोरोना काल में कई सारी रिसर्च और स्‍टडी सामने आई हैं। इन सभी का निष्‍कर्ष अलग-अलग है, लेकिन जरूरी ये है कि सभी लोग वैक्‍सीन लगवाएं। उनका ये भी कहना है कि वैक्‍सीनेशन की प्रक्रिया अब गांवों में भी शुरू होने वाली है, जहां पर स्‍वास्‍थ्‍य सेवाएं काफी कमजोर हैं।

प्राइम एंड बूस्‍ट 

टास्‍क फोर्स प्रमुख ने कहा कि हम सभी को प्राइम और बूस्‍ट को समझने की जरूरत है। लोग इसको मिक्सिंग कहते हैं लेकिन वो इसको प्राइम और बूस्‍ट कहते हैं। उन्‍होंने कहा कि सभी देशों को एक साथ आने की जरूरत है क्‍योंकि यही लोगों की इम्‍यूनिटी को बढ़ा सकती है। भारत धीरे-धीरे कोरोना महामारी की दूसरी लहर से उबर रहा है। रोजाना आने वाले नए मामलों में भी काफी हद तक गिरावट आ चुकी है।

कोरोना के ताजा आंकड़े 

भारत के स्‍वास्‍थ्‍य मंत्रालय के मुताबिक बीते 24 घंटों के दौरान देश में 80834 मामले सामने आए हैं जबकि 132602 मरीजों को डिस्‍चार्ज किया गया है। वहीं देशभर में 3303 मौतें हुई हैं। भारत में कोरोना के कुल मामलों की बात करें तो ये 29439989 हैं जबकि 28043446 मरीज डिस्‍चार्ज हो चुके हैं। अब तक देश में 253195048 वैक्‍सीन की खुराक दी जा चुकी हैं। देश में एक्टिव मामलों की बात करें तो इनकी संख्‍या 1026159 है।

ये भी पढ़ें

डेल्‍टा वैरिएंट मिलने के बाद पाकिस्‍तान को सता रहा कोरोना की चौथी लहर आने का डर 

पाकिस्‍तान के कट्टरपंथियों पर चला सुप्रीम कोर्ट का हथौड़ा, हिंदुओं की बड़ी जीत, जानें पूरा मामला

chat bot
आपका साथी