यहां आज भी खुले में शौच को मजबूर हैं लोग, यहां स्वच्छ भारत अभियान हुआ नाकाम!
रायपुर के बलरामपुर गांव में आज भी लोग खुले में शौच के लिए मजबूर हैं। पंचायत के सीइओ मरकाम ने दावा किया है कि यहां अभी तक टॉयलेट बनाने का काम पूरा नहीं हुआ है।
रायपुर, एनएनआइ। भारत सरकार एक तरफ खुले में शौच के खिलाफ लगातार नई-नई योजना बनाती है, दूसरी तरफ स्वच्छ भारत जैसी योजनाएं कई राज्यों में धरातल पर असफल होती दिखाई दे रही हैं। नया मामला छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर के बलरामपुर गांव का है। आज भी यहां के लोग खुले में शौच करने के लिए मजबूर हैं। क्षेत्र के पंचायत सीईओ मरकाम ने दावा किया है कि सरकारी स्कीम के अनुसार टॉयलेट बनाने की मुहिम अभी तक यहां पर पूरी नहीं हुई है।
2015-2016 में शुरू हुई थी योजना
पंचायत के सीइओ ने कहा कि भारत सरकार की तरफ से वर्ष 2015-16 के बीच में यहां पर टॉयलेट बनाने की योजना पास की गई थी, लेकिन अभी तक यहां पर किसी भी तरह के टॉयलेट बनाने का काम पूरा नहीं हुआ है।
जल्द लें एक्शन
इस संदर्भ में पंचायत के सीइओ ने कहा कि सरकार को इस ओर ध्यान देते हुए जल्द से जल्द एक्शन लेना चाहिए। आपको बता दें कि देशभर में केंद्र सरकार स्वच्छ भारत योजना के तहत टॉयलेट बनाने की योजना पर काम कर रही है, लेकिन ताजा उदाहरण प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की इस पहल को धता बता रहा है।
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