उल्लेखनीय पहल: संघ प्रमुख मोहन भागवत के विचारों को जन-जन तक पहुंचाएगा मुस्लिम राष्ट्रीय मंच
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक मोहन भागवत के विचार सभी भारतीयों का डीएनए एक है को मुस्लिम राष्ट्रीय मंच जन-जन तक पहुंचाएगा। इसके लिए 15 अगस्त से एकवर्षीय अभियान शुरू किया जा रहा है। इसको अपनी जड़ों से जुड़ें बुजुर्गों से जुड़ें नाम दिया गया है।
नेमिष हेमंत, नई दिल्ली। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक मोहन भागवत के विचार 'सभी भारतीयों का डीएनए एक है' को मुस्लिम राष्ट्रीय मंच (एमआरएम) जन-जन तक पहुंचाएगा। इसके लिए 15 अगस्त से एकवर्षीय अभियान शुरू किया जा रहा है। इसको 'अपनी जड़ों से जुड़ें', 'बुजुर्गों से जुड़ें' और 'भारतीयता से जुड़ें' नाम दिया गया है।
संगठन को मजबूत करने के साथ हिंदू-मुस्लिम सद्भाव को प्रगाढ़ करने की होगी कोशिश
इसके तहत गोष्ठी, सेमिनार, बैठकों और मेलमिलाप के कार्यक्रमों के जरिये एकता के सूत्र प्रगाढ़ किए जाएंगे। बता दें कि इस माह के आरंभ में गाजियाबाद में एक पुस्तक विमोचन के अवसर पर संघ प्रमुख ने कहा था कि हम लोग एक हैं और हमारी एकता का आधार मातृभूमि है। हम सब समान पूर्वज के वंशज हैं।
मुस्लिम समुदाय को वास्तविक पहचान से जोड़ने की होगी कोशिश
एमआरएम के राष्ट्रीय संगठन संयोजक गिरीश जुआल ने बताया कि इस अभियान में इतिहासकार, बुद्धिजीवी, सामाजिक और धार्मिक संगठनों को भी जोड़ा जाएगा। इंटरनेट मीडिया का सहारा लिया जाएगा। इसे ग्राम स्तर तक ले जाते हुए मुस्लिम समुदाय में 'हम अलग' की भ्रम की स्थिति को दूर कर उनको वास्तविक पहचान से जोड़ने की कोशिश होगी। इसमें राष्ट्रीयता की भावना का पुट है। इसके साथ-साथ पूरे देश में संगठन को मजबूत करने की दिशा में समानांतर प्रयास होंगे।
परायेपन को अपनेपन में बदलने की कोशिश
उन्होंने बताया कि इस संबंध में शनिवार को एक वर्चुअल बैठक भी हुई, जिसमें हर जिले में कम से कम 100 ऐसे लोगों की सूची तैयार करने का लक्ष्य रखा गया है जिनका समाज पर प्रभाव हो। उनसे सार्थक विचार-विमर्श कर इस परायेपन को अपनेपन में बदलने की कोशिश होगी। इस बैठक की अध्यक्षता एमआरम के मार्गदर्शक इंद्रेश कुमार ने की। इसमें राष्ट्रीय, क्षेत्रीय, राज्य व प्रकोष्ठों के संयोजकों को मिलाकर 100 से अधिक लोग मौजूद रहे।
पाकिस्तान और चीन द्वारा देश की जमीन कब्जाने के खिलाफ चलेगा अभियान
नौ अगस्त से 24 अगस्त तक पाकिस्तान और चीन द्वारा देश के जमीन कब्जाने के खिलाफ अभियान चलाने का भी निर्णय हुआ है। इसके तहत पूरे पखवाड़े चीन और पाकिस्तान के पुतले जलाए जाएंगे। उत्तर प्रदेश व बिहार से गए डेढ़ करोड़ से अधिक लोगों को पाकिस्तान द्वारा नागरिकता न देने और उन्हें मुहाजिर कहने, अल्पसंख्यकों की भयावह स्थिति तथा पख्तून व बलोच समुदाय के साथ नाइंसाफी के खिलाफ आक्रोश जताया जाएगा। 14 अगस्त को विरोध प्रदर्शन अधिक होगा। 15 अगस्त को हर मोहल्ले में झंडारोहण कार्यक्रम कर राष्ट्रीयता की भावना को मजबूत करने का काम होगा।