उत्तर भारत को दूसरी लहर ने संभलने का नहीं दिया मौका, कोरोना संक्रमण के मामले रिकॉर्ड चार लाख के पार

देश इस समय कोरोना महामारी की दूसरी लहर से बुरी तरह जूझ रहा है। संक्रमण के मामले रिकॉर्ड चार लाख को पार कर चुके हैं और दैनिक मौतों का आंकड़ा भी चार हजार को पार कर गया है।

By Bhupendra SinghEdited By: Publish:Tue, 11 May 2021 12:00 AM (IST) Updated:Tue, 11 May 2021 12:25 AM (IST)
उत्तर भारत को दूसरी लहर ने संभलने का नहीं दिया मौका, कोरोना संक्रमण के मामले रिकॉर्ड चार लाख के पार
दिल्ली में 15 मार्च के बाद अचानक संक्रमितों की संख्या में आया उछाल।

जेएनएन, नई दिल्ली। देश इस समय कोरोना महामारी की दूसरी लहर से बुरी तरह जूझ रहा है। संक्रमण के मामले रिकॉर्ड चार लाख को पार कर चुके हैं और दैनिक मौतों का आंकड़ा भी चार हजार को पार कर गया है। इस साल की शुरुआत में ऐसा लगा था कि भारत कोरोना महामारी को मात देने में सफल हो रहा है, लेकिन फरवरी के मध्य के बाद से संक्रमण में धीरे-धीरे बढ़ोतरी होने लगी। 15 मार्च तक संक्रमण की रफ्तार धीमी ही बनी रही, परंतु उसके बाद उसने जो रफ्तार पकड़ी कि किसी को संभलने का मौका ही नहीं मिला। हालांकि, फिलहाल कई शहरों में हालात कुछ सुधरते नजर आ रहे हैं।

दिल्ली में 15 मार्च के बाद अचानक संक्रमितों की संख्या में आया उछाल

देश की राजधानी दिल्ली समेत उत्तर भारत के कुछ प्रमुख शहरों में कोरोना संक्रमण की चाल पर नजर डालते हैं तो पाते हैं कि मार्च के बाद अचानक से संक्रमण के मामलों में वृद्धि हुई। दिल्ली में 15 मार्च को मात्र 368 संक्रमित पाए गए थे और तीन लोगों की मौत हुई थी। उस दिन संक्रमण की दर 0.59 फीसद थी। लगभग एक महीने बाद 19 अप्रैल को संक्रमितों की संख्या बढ़कर 23,686 और मृतकों की संख्या 240 हो गई। संक्रमण की दर 26.12 फीसद पर पहुंच गई, यानी इस दौरान राष्ट्रीय राजधानी में महामारी अपनी चरम पर थी, क्योंकि 10 मई के आंकड़ों राहत देने वाले हैं। सोमवार को 12,651 नए मरीज मिले, 319 लोगों की मौत हुई और संक्रमण की दर 19.10 फीसद पर आ गई है।

गाजियाबाद में कम जांच में ज्यादा संक्रमित मिल रहे हैं

दिल्ली से सटे गाजियाबाद और नोएडा यानी गौतमबुद्धनगर के आंकड़े भी कुछ यही कह रहे हैं। गाजियाबाद में 15 मार्च को मात्र सात मामले मिले थे और किसी की मौत नहीं हुई थी। संक्रमण की दर भी एक फीसद से कम थी। 19 अप्रैल को मामले बढ़कर 827 हो गए, लेकिन मरने वालों की संख्या मात्र दो ही थी, संक्रमण की दर भी 3.69 फीसद थी। 10 मई को 461 केस मिले हैं, चार लोगों की जान गई है, लेकिन संक्रमण की दर बढ़कर 18.03 फीसद हो गई है, यानी कम जांच में ज्यादा संक्रमित मिल रहे हैं।

गौतमबुद्धनगर में मामले भले ही कम मिल रहे हों पर संक्रमण तेजी से फैल रहा

गौतमबुद्धनगर में 15 मार्च को दो मामले थे, कोई जान नहीं गई थी और संक्रमण दर 0.1 फीसद थी। 19 अप्रैल को 425 मामले मिले, तीन लोगों की जान गई और संक्रमण दर 8.5 फीसद पाई गई, लेकिन 10 मई को मामले बढ़कर 1,026 हो गए, 10 लोगों की मौत हुई और संक्रमण दर 16.5 फीसद हो गई है। साफ है मामले भले ही कम मिल रहे हों पर संक्रमण अभी तेजी से फैल रहा है।

लखनऊ में हालात सुधरते नजर आ रहे हैं

लखनऊ में फिलहाल हालात सुधरते नजर आ रहे हैं। अप्रैल में वहां बुरा हाल था। 19 अप्रैल को 5,897 केस मिले थे, 22 लोगों की मौत हुई थी और संक्रमण दर 15.09 फीसद थी। 10 मई को 1,274 केस मिले हैं, 27 मौतें हुई हैं और संक्रमण दर घटकर आधी यानी 7.50 फीसद पर आ गई है। वाराणसी में भी हालात सुधरते दिख रहे हैं। वहां 19 अप्रैल को 2,320 केस मिले थे, सात लोगों की मौत हुई थी और संक्रमण दर 36.75 फीसद थी। तीन मई को मामले 992 पर आ गए, 17 लोगों की मौत हुई और संक्रमण दर 18.51 फीसद पर आ गई।

देहरादून में अभी भी स्थिति गंभीर

उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में 15 मार्च को 35 संक्रमित पाए गए थे और एक व्यक्ति की मौत हुई थी। संक्रमण दर 2.7 फीसद थी। 19 अप्रैल को केस बढ़कर 649 हो गए, 20 लोगों की जान गई और संक्रण दर 12.6 फीसद पर पहुंच गई। वहीं, 10 मई को 1,857 केस मिले हैं, 67 लोगों की जान गई और संक्रमण दर बढ़कर 20 फीसद हो गई है।

जम्मू में कुछ राहत के संकेत

इसी तरह जम्मू में 15 मार्च को मात्र नौ मामले सामने आए थे, किसी की जान नहीं गई थी और संक्रमण दर भी एक फीसद से नीचे थी। 19 अप्रैल को मामले बढ़कर 451 हो गए, एक व्यक्ति की मौत हुई थी और संक्रमण दर सात फीसद पर पहुंच गई। तीन मई को 584 संक्रमित पाए गए थे, 24 लोगों की जान गई थी और संक्रमण दर 8.5 फीसद थी। इस तरह मार्च से अप्रैल की तुलना में अप्रैल से मई के बीच संक्रमण की रफ्तार कुछ धीमी रही।

लुधियाना में अभी हालात गंभीर

पंजाब की औद्योगिक नगरी लुधियाना में 15 मार्च को 226 संक्रमित मिले थे, चार लोगों की मौत हुई थी और संक्रमण दर 8.14 फीसद थी। 19 अप्रैल को मामले बढ़कर 758 हो गए, 10 लोगों की मौत हुई और संक्रमण दर 12.62 फीसद पर पहुंच गई। वहीं, 10 मई को 1,595 मामले मिले हैं, 30 लोगों की मौत हुई और संक्रमण दर 19.10 फीसद है, यहां अभी कोरोना की रफ्तार तेज बनी हुई है।

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