नीति आयोग ने कहा- शिक्षा प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में दुनिया का नेतृत्व कर सकता है भारत

नीति आयोग के सीईओ (मुख्य कार्यकारी अधिकारी) अमिताभ कांत ने शुक्रवार को पब्लिक अफेयर्स फोरम आफ इंडिया (पीएएफआइ) के वर्चुअल तरीके से आयोजित सम्मेलन में कहा कि भारत शिक्षा प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में दुनिया का नेतृत्व कर सकता है।

By Krishna Bihari SinghEdited By: Publish:Fri, 22 Oct 2021 07:14 PM (IST) Updated:Fri, 22 Oct 2021 07:58 PM (IST)
नीति आयोग ने कहा- शिक्षा प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में दुनिया का नेतृत्व कर सकता है भारत
नीति आयोग का कहना है कि भारत शिक्षा प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में दुनिया का नेतृत्व कर सकता है।

नई दिल्ली, पीटीआइ। नीति आयोग के सीईओ (मुख्य कार्यकारी अधिकारी) अमिताभ कांत ने शुक्रवार को कहा कि भारत शिक्षा प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में दुनिया का नेतृत्व कर सकता है। 'पब्लिक अफेयर्स फोरम आफ इंडिया' (पीएएफआइ) के वर्चुअल तरीके से आयोजित सम्मेलन में उन्होंने यह भी कहा कि देश को शिक्षा के क्षेत्र में काफी सुधार करने की जरूरत है और प्रौद्योगिकी इस संदर्भ में देश को आगे ले जाने में मदद कर सकती है।

उन्होंने कहा, 'मुझे विश्वास है कि निजी क्षेत्र की महत्वपूर्ण भूमिका और सार्वजनिक क्षेत्र के चीजों को सुगम बनाने के साथ भारत शिक्षा प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में दुनिया का नेतृत्व कर सकता है।' कांत ने कहा कि सस्ती इंटरनेट सुविधा और प्रौद्योगिकी आधारित इन्फ्रास्ट्रक्चर ही देश में शिक्षा क्षेत्र को आगे बढ़ाने का एकमात्र तरीका है। नीति आयोग के सीईओ के अनुसार भारतीय शिक्षा प्रौद्योगिकी परिवेश में विकास की काफी संभावनाएं हैं।

इससे भी महत्वपूर्ण बात यह है कि देश प्रगति करेगा, छात्र नई-नई चीजें सीखेंगे और शिक्षा के परिणामों में सुधार होगा। इससे व्यापक शिक्षा प्रौद्योगिकी ढांचा खासकर वंचित समूह के बीच शिक्षा की बेहतर पहुंच में मददगार होगा। इसी कार्यक्रम में बायजूस के संस्थापक और सीईओ बायजू रवींद्रन ने कहा कि शिक्षा प्रौद्योगिकी (एडटेक) के माध्यम से, छात्रों के लिए सीखने के असीमित अवसर पैदा होते हैं। भारत शिक्षकों के लिए एक वैश्विक प्रतिभा केंद्र भी बन सकता है।

एक ट्रिलियन डालर हो जाएगा रियल एस्टेट सेक्टर का बाजार

नीति आयोग के सीईओ अमिताभ कांत ने शुक्रवार को कहा कि रियल एस्टेट सेक्टर का बाजार वर्ष, 2030 तक एक ट्रिलियन डालर पर पहुंच जाएगा। इतना ही नहीं इस सेक्टर का हिस्सा भारत के सकल घरेलू उत्पाद में 18 से 20 प्रतिशत हो जाएगा। उन्होंने कहा कि पिछले 18 महीने ना केवल देश के लिए बल्कि अर्थव्यवस्था के लिए चुनौतीपूर्ण रहे। रियल एस्टेट सेक्टर भी इससे अछूता नहीं रहा। हालांकि तेजी से जारी टीकाकरण के बाद अर्थव्यवस्था में तेजी दिखाई दे रही है। 

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