आतंक के खिलाफ वार की तैयारी में NIA, कश्मीर में जमात-ए-इस्लामी के ठिकानों पर करेगी छापेमारी
आतंकी फंडिंग मामले में प्रतिबंधित जमात-ए-इस्लामी (जेआई) समूह के खिलाफ चल रही अपनी जांच में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) अगले सप्ताह जम्मू-कश्मीर में जमात-ए-इस्लामी और उनके समर्थकों के खिलाफ छापे की एक और श्रृंखला की योजना बना रही है।
नई दिल्ली, एएनआइ। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआइए) देश में आतंकवाद के खिलाफ नए सिरे से वार करने की तैयारी में है। आतंकी फंडिंग(Terror Funding) मामले में प्रतिबंधित आतंकी संगठन जमात-ए-इस्लामी (जेआई) के खिलाफ चल रही अपनी जांच में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआइए) अगले हफ्ते जम्मू-कश्मीर में जमात-ए-इस्लामी के ठिकानों पर छापेमारी करेगी। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) अगले सप्ताह जम्मू और कश्मीर में जमात-ए-इस्लामी के खिलाफ छापे की एक और कार्रवाई की योजना बना रही है।
जानकारी के मुताबिक, ये छापेमारी 8 और 9 अगस्त को श्रीनगर, बडगाम, गांदरबल, बारामूला, कुपवाड़ा, बांदीपोरा, अनंतनाग, शोपियां, पुलवामा, कुलगाम, रामबन, डोडा, जम्मू और कश्मीर में किश्तवाड़ और राजौरी जिले में हुई छापेमारी के बाद जारी रहने वाली कार्रवाई का हिस्सा है। एनआइए के सूत्रों ने न्यूज एजेंसी एएनआइ को बताया कि अगले सप्ताह किसी भी समय जम्मू-कश्मीर में जमात-ए-इस्लामी (जेआई) के आतंकियों और उनके समर्थकों के ठिकानों पर नए सिरे से छापेमारी की जाएगी। एनआइए के एक अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि ऐसी छापेमारी की योजना बनाई जा रही है क्योंकि एनआइए जांचकर्ताओं को मामले के से जुड़े कुछ और सुरागमिले हैं।
अधिकारी ने कहा कि हमें (एनआइए) एक दर्जन से अधिक जेईआई कैडरों और प्रतिबंधित संगठन से जुड़े संदिग्धों से पूछताछ के दौरान नए सुराग मिले हैं। इस मामले में चल रही जांच की जानकारी रखने वाले एनआइए के एक अन्य अधिकारी ने एएनआइ को बताया कि जमात-ए-इस्लामी के 10 कैडरों और संदिग्धों से यहां एजेंसी मुख्यालय में एक सप्ताह से अधिक समय तक पूछताछ की गई और पांच से अधिक संदिग्धों से अभी भी पूछताछ की जा रही है।
अधिकारी ने कहा कि पिछले कुछ दिनों में एनआईए के अधिकारियों ने जिन जेईआई संदिग्धों से पूछताछ की, वे गांदरबल, श्रीनगर, कुपवाड़ा, बांदीपोरा, राजौरी और डोडा जिलों के हैं। अधिकारी ने कहा कि हम जेईआई मामले से जुड़े कुछ और लोगों की तलाश कर रहे हैं और उन्हें जल्द ही तलब किया जाएगा क्योंकि जांच एक सतत प्रक्रिया है।