NHRC ने जम्मू-कश्मीर और लद्दाख से कहा, एनकाउंटर में होने वाली मौतों के बारे में तुरंत दें जानकारी

राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने जम्मू-कश्मीर और लद्दाख केंद्र शासित प्रदेशों को एनकाउंटर और हिरासत में होने वाली मौतों के बारे में जल्‍द सूचित करने को कहा है।

By Krishna Bihari SinghEdited By: Publish:Thu, 02 Jul 2020 05:17 PM (IST) Updated:Thu, 02 Jul 2020 06:07 PM (IST)
NHRC ने जम्मू-कश्मीर और लद्दाख से कहा, एनकाउंटर में होने वाली मौतों के बारे में तुरंत दें जानकारी
NHRC ने जम्मू-कश्मीर और लद्दाख से कहा, एनकाउंटर में होने वाली मौतों के बारे में तुरंत दें जानकारी

नई दिल्‍ली, एएनआइ। राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (National Human Rights Commission, NHRC) ने जम्मू-कश्मीर और लद्दाख केंद्र शासित प्रदेशों को एनकाउंटर और हिरासत में होने वाली मौतों के बारे में क्रमश: 48 और 24 घंटे के भीतर सूचित करने को कहा है। आयोग ने कहा है कि राज्‍यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों को जारी गाइडलाइनों का पालन किया जाए ताकि मानवाधिकारों को बढ़ावा दिया जा सके।

जम्‍मू-कश्‍मीर के मुख्‍य सचिव और लद्दाख के कमिश्‍नर सचिव को बीते 30 जून को लिखे पत्र में एनएचआरसी सचिव जयदीप गोविंद (Jaideep Govind) ने अनुरोध किया है कि वे आयोग द्वारा जारी सभी निर्देशों के अनुपालन के लिए संबंधित लोगों को उपयुक्त निर्देश पारित करें। 

मानवाधिकार आयोग (National Human Rights Commission, NHRC) ने जम्‍मू-कश्‍मीर के मुख्‍य सचिव और लद्दाख के कमिश्‍नर सचिव को कहा है कि वे हिरासत और एनकाउंटर में होने वाली मौतों के पोस्टमार्टम, वीडियोग्राफी और मजिस्ट्रेटियल जांच रिपोर्ट समेत सभी अपेक्षित रिपोर्टों को भेजने के लिए जरूरी निर्देश जारी करें।

उल्‍लेखनीय है कि राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (एनएचआरसी) ने तमिलनाडु के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) और राज्य के थूथुकुडी जिले के पुलिस अधीक्षक को कारोबारी पिता-पुत्र की मौत के मामले में भी नोटिस जारी किया है। एनएचआरसी ने कहा है कि हमने छह हफ्ते में पुलिस अधिकारियों से रिपोर्ट तलब की है। रिपोर्ट में कानूनी जांच रिपोर्ट, पोस्टमार्टम जांच रिपोर्ट, चिकित्सकीय जांच दस्तावेज, मजिस्ट्रेट जांच रिपोर्ट और पिता-पुत्र की स्वास्थ्य जांच रिपोर्ट शामिल होनी चाहिए। 

बता दें कि तूतीकोरीन में पी जयराज और उनके बेटे बेनिक्स को लॉकडाउन के नियमों का उल्लंघन करके तय समय से अधिक समय तक अपनी मोबाइल की दुकान खोलने के लिए गिरफ्तार किया गया था। बीते 23 जून को कोविलपट्टी में एक अस्पताल में उनकी मौत हो गई थी। परिजनों ने आरोप लगाए थे कि पुलिस के टॉर्चर करने से उनकी मौत हुई है। 

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