जन्म के बाद नहीं रोया बच्चा तो नर्स ने कंडे की आग से सेंका, झुलसा शरीर

नवजात बच्चे को कंडे की आग से सेंकने की वजह से उसके दोनों गाल माथा हाथ और पीठ झुलस गए।

By Manish PandeyEdited By: Publish:Sat, 18 Jan 2020 07:21 PM (IST) Updated:Sat, 18 Jan 2020 08:04 PM (IST)
जन्म के बाद नहीं रोया बच्चा तो नर्स ने कंडे की आग से सेंका, झुलसा शरीर
जन्म के बाद नहीं रोया बच्चा तो नर्स ने कंडे की आग से सेंका, झुलसा शरीर

शहडोल, जेएनएन। शहडोल में एक नवजात के शरीर जलाने का सनसनिखेज मामला सामने आया है। सरकारी अस्पताल में नवजात बच्चे को कंडे की आग से सेंकने की वजह से उसके दोनों गाल, माथा, हाथ और पीठ झुलस गया। जिसकी वजह से उसके शरीर पर फफोले निकल आए। बच्चे को जिला अस्पताल के एसएनसीयू वार्ड में भर्ती किया गया है। जहां उसकी हालत अभी गंभीर बनी हुई है।

मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (सीएमएचओ) ने मामले की जांच के निर्देश दे दिए हैं। वहीं  नर्स का कहना है कि उसने बच्चे को सिर्फ सेंकने की सलाह दी थी, नवजात को उसी के परिजनों ने सेंका है।

जन्म के बाद नहीं रो रहा था बच्चा

बता दें कि 16 जनवरी को खन्नौधी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में पार्वती बैगा ने नवजात बच्चे को जन्म दिया। नर्स की देखरेख में सामान्य डिलेवरी हुई। जन्म लेते ही नवजात बच्चा रो नहीं रहा था। पति ने बताया कि नर्स ममता गोस्वामी ने बच्चे को सेंकने की सलाह दी। स्वास्थ्य केंद्र में उस समय बिजली नहीं थी। इस कारण कंडे की आग जलाकर नवजात को सेंकने का इंतजाम किया गया।

नर्स पर बच्चे को सेंकने का आरोप

गंगा ने बताया कि दोपहर लगभग 2.16 बजे बेटे का जन्म हुआ और 15 मिनट बाद नर्स ममता ने नवजात को रबर के ग्लव्स पहनकर सेंका। लगभग 3 मिनट की सिंकाई के बाद नवजात रोने लगा। लगभग 3 घंटे बाद नवजात की हालत बिगड़ने लगी और शरीर पर फफोले आने लगे। जिसके बाद बाजार से कुछ दवाएं लाने के लिए बोला गया। जब हालत नहीं सुधरी तो 17 जनवरी की रात 11 बजे उसे जिला अस्पताल शहडोल रेफर किया गया।

डॉ. ओपी चौधरी, सीएमएचओ

बच्चे को अभी एसएनसीयू में भर्ती कराया गया है। हालत में सुधार है। इस मामले में जांच के निर्देश दे दिए गए हैं।

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