Lockdown Effect: यहां इस साल न नए निजी कॉलेज खुलेंगे न नए पाठ्यक्रम होंगे शुरू
मध्य प्रदेश उच्च शिक्षा ने तय किया है कि इस साल न नए निजी कॉलेज खुलेंगे और न नए पाठ्यक्रम शुरू किए जाएंगे।
भोपाल, राज्य ब्यूरो। कोरोना वायरस के प्रसार के कारण देश में लगे लॉकडाउन का असर अलग-अलग संस्थानों पर दिखने लगा है। मध्य प्रदेश में उच्च शिक्षा विभाग ने शैक्षणिक सत्र 2020-21 में नए निजी कॉलेज खोलने के लिए मिले सभी प्रस्ताव खारिज कर दिए हैं। विभाग को प्रदेश से करीब एक दर्जन निजी कॉलेज खोलने के प्रस्ताव मिले थे। अब इन कॉलेजों को मंजूरी के लिए अगले शैक्षणिक सत्र का इंतजार करना होगा। विभाग ने तय किया है कि इस साल न नए निजी कॉलेज खुलेंगे और न नए पाठ्यक्रम शुरू किए जाएंगे।
लॉकडाउन के कारण कमेटी का निरीक्षण करना संभव नहीं
दरअसल, नए कॉलेजों को मान्यता देने के पहले कमेटी उसका निरीक्षण करती है। यही प्रक्रिया नए पाठ्यक्रम शुरू करने के पहले अपनाई जाती है, लेकिन इस बार लॉकडाउन की वजह से यह संभव नहीं हो सका है। वहीं, पुराने कॉलेजों को बिना निरीक्षण के मान्यता दी जाएगी। कॉलेजों में इस साल सीटें भी नहीं बढ़ाई जाएंगी। कॉलेजों में पिछले साल जिन पाठ्यक्रम में जितनी सीटों पर प्रवेश देने की अनुमति थी। इस बार भी उतनी ही सीटों पर प्रवेश देने की अनुमति रहेगी। मान्यता का नवीनीकरण भी ऑनलाइन फीस जमा कराकर विभाग ने कर दिया है।
यह थी प्रक्रिया
हर साल उच्च शिक्षा विभाग मार्च-अप्रैल में नए कॉलेज और पाठ्यक्रम संचालित करने और सीटों में बढ़ोतरी के लिए आवेदन मंगाता था। इस साल से यह प्रक्रिया ऑनलाइन की गई थी। आवेदनों के आधार पर विभाग कमेटी बनाकर उस कॉलेज के भौतिक निरीक्षण के लिए कमेटी के सदस्यों को भेजता था। निरीक्षण रिपोर्ट के आधार पर मान्यता दी जाती थी। इस बार लॉकडाउन की वजह से न कमेटी का गठन हो सका और न कॉलेजों का निरीक्षण हुआ।
यही प्रक्रिया नए पाठ्यक्रम शुरू करने और सीटों की संख्या में बढ़ोतरी के लिए अपनाई जाती थी। अब विभाग यदि कमेटी बनाकर निरीक्षण कराता है तो पूरी प्रक्रिया में तीन से चार महीने लग जाते। इससे न सिर्फ कॉलेज देर से शुरू होते बल्कि अन्य कार्य भी प्रभावित होता। इन परिस्थितियों में विभाग ने नए निजी कॉलेजों की मान्यता और नए पाठ्यक्रम के संबंध में यह फैसले लिए हैं।