जानें- भारत में जन्में उस शख्स के बारे में जिसे सबसे कम उम्र में मिला साहित्‍य का नोबेल

साहित्य के क्षेत्र में रुडयार्ड किपलिंग को सबसे कम उम्र (41) में नोबेल मिला था। रुडयार्ड किपलिंग ने ही बच्चों के लिए जंगल बुक (jungle book) जैसी क्लासिक पुस्तक दी।

By JP YadavEdited By: Publish:Tue, 15 Oct 2019 08:31 PM (IST) Updated:Wed, 16 Oct 2019 08:22 AM (IST)
जानें- भारत में जन्में उस शख्स के बारे में जिसे सबसे कम उम्र में मिला साहित्‍य का नोबेल
जानें- भारत में जन्में उस शख्स के बारे में जिसे सबसे कम उम्र में मिला साहित्‍य का नोबेल

नई दिल्ली [सुधीर कुमार पांडेय]। इस समय नोबेल पुरस्कारों (Nobel Prize) की धूम है। भारतीय मूल के अर्थशास्त्री अभिजीत बनर्जी व उनकी पत्नी एस्थर डुफ्लो को इस साल अर्थशास्त्र के क्षेत्र में नोबेल पुरस्कार दिया गया है। फ्रांस की एस्थर डुफ्लो अपने क्षेत्र में सबसे कम उम्र (46) की नोबेल पुरस्कार विजेता हैं। वहीं, अब तक के इतिहास में सबसे कम उम्र की नोबेल पुरस्कार विजेता मलाला यूसुफजई हैं। सबसे कम उम्र की नोबेल पुरस्कार विजेता हैं मलाला यूसुफजई। उन्हें वर्ष 2014 में शांति का नोबेल पुरस्कार दिया गया था। उस समय उनकी उम्र महज 17 साल थी।

साहित्य के क्षेत्र में रुडयार्ड किपलिंग को सबसे कम उम्र (41) में नोबेल (41) मिला था। रुडयार्ड किपलिंग ने ही बच्चों के लिए 'जंगल बुक' (jungle book) जैसी क्लासिक पुस्तक दी, जिसकी पूरी दुनिया मुरीद हुई। जंगल बुक, जिसके कथानक के केंद्र में मोगली है। वही मोगली जो जंगल में खो जाता है और उसका पालन-पोषण भेडिय़े करते हैं। यह पुस्तक मानव और पशुओं के बीच प्रेम भावना को भी दर्शाती है।

ब्रिटिश लेखक और कवि रुडयार्ड किपलिंग का जन्म बॉम्बे में वर्ष 1865 में हुआ था, लेकिन उनकी शिक्षा-दीक्षा इंग्लैंड में हुई। वर्ष 1882 में वह भारत लौटे और एंग्लो इंडियन अखबार से जुड़े। वर्ष 1892 में उनकी जंगल बुक नाम से बच्चों के लिए क्लासिक किताब आई और उसने पूरी दुनिया में धूम मचा दी। इसके बाद वर्ष 1895 में वह जंगल बुक का दूसरा एडीशन लेकर आए। अवलोकन की शक्ति, मौलिक कल्पना, विचारों की विशिष्टता और कहानी कहने की उनकी शैली बेजोड़ थी, जिसका सम्मान नोबेल देकर किया गया। उनकी अन्य पुस्तकों में किम, द सेवन सीज, द डेज वर्क, टै्रफिक एंड डिस्कवरीज आदि शामिल हैं।

दिए जा चुके हैं 597 नोबेल पुरस्कार

1901 से 2019 के बीच 597 नोबेल पुरस्कार दिए जा चुके हैं। सबसे ज्यादा नोबेल फिजिक्स (113) और इसके बाद साहित्य (112) में दिए गए। इस दौरान 54 महिलाओं को नोबेल दिए गए। मैडम मैरी क्यूरी अकेली ऐसी महिला हैं, जिन्हें दो बार वर्ष 1903 में फिजिक्स और वर्ष 1911 में केमिस्ट्री के क्षेत्र में नोबेल पुरस्कार दिया गया।

गौरतलब है कि नोबेल पुरस्कार अर्थशास्त्र, शांति, साहित्य, भौतिकी, रसायन, चिकित्सा दवा के क्षेत्र में विशेष  कार्य-खोज करने के लिए दिया जाता है। दरअसल, रसायन शास्त्री अल्फ्रेड नोबेल (Alfred Nobel) ने अपनी वसीयत में लिख दिया था कि उनका सारा पैसा नोबेल फाउंडेशन (Nobel Foundation) के नाम कर दिया जाए। इसके बाद ऐसा ही किया गया। इसके बाद 1895 में उनकी वसीयत के मुताबिक, उनके पैसों से नोबेल पुरस्कार दिया जाने लगा। हालांकि, नोबेल फाउंडेशन की स्थापना 1900 में की गई। इसी के साथ 1901 में पहला नोबेल पुरस्कार दिया गया। बता दें कि अलफ्रेड नोबेल का 21 अक्टूबर, 1833 को हुआ था। वह खुद रसायनशास्त्री और इंजीनियर थे। उन्होंने खुद डाइनामाइट नामक विस्फोटक का आविष्कार किया था, जिसका इस्तेमाल पहाड़ों पर रास्ता बनाने में किया जाता है। 

छात्र की कब्र पर 'वह' रोज छिड़कता था परफ्यूम, ऐसे खुला 6 ft नीचे दबी का लाश का राज

लाखों छात्रों को बड़े तोहफे की तैयारी में मोदी सरकार, Delhi Metro के किराये में छूट संभव

यहां जानें- Rapid Rail प्रोजेक्ट से जुड़ी हर बात, कई विभागों से मिली NOC के बाद काम तेज

दिल्ली-NCR की ताजा खबरें पढ़ने के लिए यहां पर करें क्लिक

chat bot
आपका साथी