Delhi Vegetable Price Hike: सब्जियों के बढ़े दामों से बिगड़ रहा रसोई का बजट, त्योहारों के मौसम में बढ़ी परेशानी

Delhi Vegetable Price Hike सब्जियों की कम आवक के चलते प्याज आलू और टमाटर के दाम लगातार बढ़ रहे हैं। आसपास के किसानों द्वारा सब्जी इस समय मंडी में नहीं लाई जा रही है। त्योहारों के मौसम में सब्जियों की कीमतें आम लोगों के लिए मुसीबत बनती जा रही हैं।

By Shashank PandeyEdited By: Publish:Sun, 25 Oct 2020 07:47 AM (IST) Updated:Sun, 25 Oct 2020 03:39 PM (IST)
Delhi Vegetable Price Hike: सब्जियों के बढ़े दामों से बिगड़ रहा रसोई का बजट, त्योहारों के मौसम में बढ़ी परेशानी
त्योहारों के मौसम में सब्जियों की कीमतें आम लोगों के लिए मुसीबत।

नई दिल्ली, जेएनएन। Delhi Vegetable Price Hike: सब्जियों की कम आवक के चलते दिल्ली-एनसीआर में प्याज के साथ-साथ आलू और टमाटर के दामों में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। इस दौरान खुदरा बाजार में टमाटर जहां 60 रुपये से भी अधिक के दाम पर बिक रहा है, वहीं आलू का दाम भी 50 रुपये प्रतिकिलो के पार पहुंच गया है। यह स्थिति दिल्ली के साथ इससे सटे शहरों नोएडा-ग्रेटर नोएडा, गाजियाबाद, गुरुग्राम और फरीदाबाद की भी है।

लोगों को बिगड़ा किचन का बजट

महंगी होती सब्जियों ने रसोई का बजट बिगाड़ दिया है। ओखला फल एवं सब्जी मंडी में आढ़ती मजहर खान ने बताया कि फिलहाल केवल कोल्ड स्टोरेज में रखी सब्जियां ही आ रही हैं, जिससे दाम कम नहीं हो रहे हैं। आसपास के किसानों द्वारा सब्जी इस समय मंडी में नहीं लाई जा रही है। त्योहारों के मौसम में सब्जियों की कीमतें आम लोगों के लिए मुसीबत बनती जा रही हैं।

पिछले कई महीनों से आलू की कीमतें बढ़ी हुई थीं, अब अन्य सब्जियों की कीमतों में भी उछाल आ गया है। शनिवार को ओखला मंडी में आलू थोक में 35 रुपये प्रति किलो में बेचा गया, तो वहीं प्याज 50-55 रुपये प्रति किलो में। इसके साथ ही टमाटर अधिकतम 45 रुपये प्रति किलो में बेचा गया। थोक में सब्जियों की कीमतें बढ़ीं होने के कारण इसका सीधा असर लोगों पर पड़ा। खुदरा बाजारों में यही सब्जियां थोक कीमत से 30 से 40 फीसद अधिक कीमतों में बेची जा रहीं हैं। मंडी के आढ़तियों का कहना है कि हर वर्ष नवरात्र पर सब्जियों की कीमतों में बढ़ोत्तरी होती है, लेकिन इस बार कीमतें अधिक बढ़ी हुईं हैं। ताजी सब्जियों की आवक एक महीने के बाद शुरू होगी। जिसके बाद कीमतों में कमी आएगी।

बता दें कि इस बार कई राज्यों में भारी बारिश के चलते अगस्त महीने से सब्जियों की आवक कम रही, जिसके कारण दाम बढ़े हुए थे। यह सिलसिला अब तक जारी है, लेकिन वजह दूसरी है।

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