दिल्ली, चेन्नई और मुंबई में थम रहा कोविड-19 का कहर लेकिन विशेषज्ञों ने दी यह चेतावनी

कोविड-19 के आर-वैल्यू में दिल्ली मुंबई और चेन्नई में गिरावट आई है। विशेषज्ञों ने चेतावनी भी दी है कि यदि लापरवाही की गई तो संक्रमण फिर से बढ़ सकता है।

By Krishna Bihari SinghEdited By: Publish:Mon, 03 Aug 2020 09:44 PM (IST) Updated:Tue, 04 Aug 2020 08:16 AM (IST)
दिल्ली, चेन्नई और मुंबई में थम रहा कोविड-19 का कहर लेकिन विशेषज्ञों ने दी यह चेतावनी
दिल्ली, चेन्नई और मुंबई में थम रहा कोविड-19 का कहर लेकिन विशेषज्ञों ने दी यह चेतावनी

नई दिल्ली, पीटीआइ। हाल ही में आए एक अध्ययन में पता चला है कि कोविड-19 के आर-वैल्यू या रिप्रोडक्टिव वैल्यू में दिल्ली, मुंबई और चेन्नई में गिरावट आई है। यह दर्शाती है कि देश के तीन बड़े शहरों में इस महामारी का कहर थमने की राह पर है। हालांकि, विशेषज्ञों ने चेतावनी भी दी है कि इस स्तर पर आकर अगर लापरवाही की गई तो संक्रमण फिर से बढ़ सकता है। स्टैटिस्टिक्स एंड एप्लिकेशंस पत्रिका में प्रकाशित ताजा आर-वैल्यू कुछ इस प्रकार हैं- दिल्ली में यह 0.66, मुंबई में 0.81 और चेन्नई में 0.86 है, जो राष्ट्रीय औसत 1.16 से काफी कम है।

आर-वैल्यू का अर्थ है, एक संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आकर औसतन संक्रमित होने वाले लोगों की संख्या। फिलहाल देश में सबसे ज्यादा आर-वैल्यू 1.48 आंध्र प्रदेश की है। दिल्ली के 0.66 आर-वैल्यू को और बेहतर तरीके से समझाते हुए इस अध्ययन का नेतृत्व करने वाली चेन्नई के गणितीय विज्ञान संस्थान में भौतिकी की प्रोफेसर सीताभ्रा सिन्हा ने बताया, इसका अर्थ है कि राष्ट्रीय राजधानी में कोरोना वायरस से संक्रमित किन्हीं 100 लोगों का समूह औसतन 60 लोगों को यह संक्रमण दे सकता है।

भारतीय विज्ञान शिक्षा एवं अनुसंधान संस्थान, कोलकाता में भौतिकी के प्रोफेसर दिव्येंदु नंदी ने कहा, समुदाय में आर-वैल्यू का इतना कम बने रहने का अर्थ है कि महामारी का मौजूदा कहर थम रहा है और इसे नियंत्रित करने वाले उपायों की मदद से निकट भविष्य में काबू किया जा सकता है। उन्होंने बताया कि सामान्य तरीके से समझें तो अगर आर-वैल्यू एक से कम है, तो इसका सीधा मतलब है कि एक संक्रमित व्यक्ति ज्यादा से ज्यादा एक अन्य व्यक्ति को संक्रमित कर रहा है।

Sushant Singh Rajput Death News: लालू यादव के समधी के निशाने पर मुंबई पुलिस, ट्वीट कर उठाए सवाल

महामारी के पूर्ण उन्मूलन तक फिलहाल जारी पाबंदियों को लागू रखने पर जोर देते हुए नंदी ने कहा, हमें अपनी सावधानी नहीं छोड़नी चाहिए। हरियाणा के अशोक विश्वविद्यालय में प्रोफेसर गौतम मेनन ने कहा, सामान्य भाषा में कहें तो आर-वैल्यू इसकी गिनती करता है कि औसतन कितने लोग एक संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने से बीमारी का शिकार हो सकते हैं। उनका मानना है कि रोजाना के आंकड़ों के विश्लेषण के अनुसार, दिल्ली, चेन्नई, मुंबई में यह दिख रहा है कि महामारी का कहर थमने लगा है।

 यह भी देखें: एक दिन में सबसे ज्यादा कोरोना केस में इंडिया ने अमेरिका-ब्राजील को पीछे छोड़ा

chat bot
आपका साथी