Unnao assault case: अपने भाई से बोली उन्नाव दुष्कर्म पीड़िता, बचने नहीं चाहिए आरोपित

Unnao assault case अस्पताल में भर्ती पीड़िता की हालत बेहद गंभीर बनी हुई है। उसके बचने की संभावना कम ही है। फिलहाल पीड़िता को वेंटीलेटर पर रखा गया है।

By JP YadavEdited By: Publish:Fri, 06 Dec 2019 11:34 AM (IST) Updated:Fri, 06 Dec 2019 08:04 PM (IST)
Unnao assault case: अपने भाई से बोली उन्नाव दुष्कर्म पीड़िता, बचने नहीं चाहिए आरोपित
Unnao assault case: अपने भाई से बोली उन्नाव दुष्कर्म पीड़िता, बचने नहीं चाहिए आरोपित

नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। उत्तर प्रदेश के लखनऊ से एयरलिफ्ट करके दिल्ली लाई गई उन्नाव निवासी सामूहिक दुष्कर्म पीड़िता की हालत बेहद नाजुक है। बृहस्पतिवार रात सफदरजंग अस्पताल की बर्न यूनिट में भर्ती कराई गई पीड़िता का इलाज कर रहे बर्न एंड प्लास्टिक डिपार्टमेंट के हेड डॉ. शलभ कुमार ने बताया कि पीड़िता को आईसीयू में वेंटिलेटर पर रखा गया है। गंभीर रूप से जल जाने के कारण उनके कई अंग काम नहीं कर रहे हैं।

वहीं, सफदरजंग अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. सुनील गुप्ता ने बताया कि पीड़िता की हालत बहुत नाजुक है। ऐसे गंभीर मामलों में शुरू के 48 से लेकर 72 घंटे बहुत ही क्रिटिकल होते हैं। इस दौरान हर घंटे हालत में उतार-चढ़ाव होता रहता है। पीड़िता को सर्वश्रेष्ठ इलाज देने का प्रयास किया जा रहा है।

भाई से कहा- बचने नहीं चाहिए आरोपित

अस्पताल के एमएस डॉ. सुनील गुप्ता ने बताया कि बृहस्पतिवार रात आठ से साढ़े आठ बजे के दौरान पीड़िता बात कर पा रही थी। वह अस्पताल में मौजूद अपने बड़े भाई से पूछ रही थी कि भइया क्या में बच जाउंगी। मैं जीना चाहती हूं। आरोपितों को छोड़ना नहीं है। डॉक्टर ने बताया कि इस दौरान उन्हें सांस लेने और बोलने में काफी तकलीफ भी हो रही थी। आवाज बहुत ही धीमी थी। लेकिन साढ़े आठ बजे से वह होश में नहीं हैं। डॉक्टर ने बताया कि इस ऐसी गंभीर हालत में इलाज बहुत मुश्किल हेाता है। फिर भी सर्वश्रेष्ठ इलाज किया जा रहा है। 

भाई ने कहा दरिंदों को मौत की सजा मिले

मीडिया से बात करते हुए पीड़िता के भाई ने कहा कि हैदराबाद में गुनाहगारों को सजा मिल चुकी है। उनकी बहन से दरिंदगी करने वालों को भी मौत की सजा मिलनी चाहिए। उन्होंने कहा कि सरकार व पुलिस उनकी मदद कर रही है। बस बहन जल्दी से ठीक हो जाए। भाई के अलावा पीड़िता की मां भी दिल्ली आई थीं। लेकिन वह काफी परेशान हो रही थीं इसलिए उन्हें शुक्रवार को घर भेज दिया गया।

chat bot
आपका साथी