राष्ट्रीय महिला आयोग घरेलू हिंसा पीड़िताओं के लिए आज शुरू कर सकती है हेल्पलाइन
राष्ट्रीय महिला आयोग (एनसीडब्ल्यू) घरेलू हिंसा व यौन उत्पीड़न का सामना करने वाली महिलाओं को तत्काल सहायता उपलब्ध कराने के लिए मंगलवार को 24 घंटे की हेल्पलाइन शुरू कर सकता है। आयोग ने एक बयान में कहा कि नई हेल्पलाइन का उद्देश्य क्या है।
नई दिल्ली, प्रेट्र। राष्ट्रीय महिला आयोग (एनसीडब्ल्यू) घरेलू हिंसा व यौन उत्पीड़न का सामना करने वाली महिलाओं को तत्काल सहायता उपलब्ध कराने के लिए मंगलवार को 24 घंटे की हेल्पलाइन शुरू कर सकता है। आयोग ने एक बयान में कहा कि नई हेल्पलाइन का उद्देश्य हिंसा से प्रभावित महिलाओं के लिए एक ही जगह से विभिन्न सुविधाएं प्रदान करना है। इनमें पुलिस की मदद, मनो-सामाजिक परामर्श आदि शामिल हैं।
हेल्पलाइन को इलेक्ट्रानिक्स व सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के डिजिटल इंडिया कारपोरेशन के सहयोग से विकसित किया गया है।आयोग ने बयान में बताया कि हेल्पलाइन का संचालन प्रशिक्षित विशेषज्ञों की एक टीम करेगी। 18 साल या उससे अधिक उम्र की कोई भी लड़की या महिला इस हेल्पलाइन पर काल करके मदद ले सकती है। यह दिल्ली में राष्ट्रीय महिला आयोग के परिसर से संचालित होगी।
गौरतलब है कि पिछले महीने केरल महिला आयोग की अध्यक्ष को अपने एक विवादित बयान का खामियाजा भुगतना पड़ा था। उन्होंने अपने पद से इस्तीफा तक दे दिया। 'तो भुगतो' के उनके बयान के कारण उन्हें विरोध प्रदर्शन का सामना करना पड़ा था। दरअसल एक टीवी प्रोग्राम के दौरान घरेलू हिंसा पीड़ित को फोन पर महिला आयोग की अध्यक्ष एमसी जोसफिन ( MC Josephine) ने फोन पर ऐसा कहा था।
हालांकि, अपने विवादित बयान को लेकर आयोग की अध्यक्ष ने इनकार किया था। उन्होंने कहा था कि घरेलू हिंसा का सामना कर रही महिला के चुप रहने को लेकर वो नाराज थीं। इसके लिए उन्होंने माफीनामा भी जारी किया और कहा कि यदि महिला शिकायत दर्ज कराती है, तो उन्हें न्याय मिलेगा। जोसिफिन के खिलाफ राज्य में कांग्रेस ने प्रदर्शन भी किया था।
दरअसल, अध्यक्ष ने मलयालम टीवी कार्यक्रम के दौरान विवादित बयान दिया था। फोन पर जब एक महिला ने अपनी समस्या सुनाई और कहा कि पति और सास उनके साथ मारपीट करते हैं, तब इसका समाधान करने के बजाय महिला आयोग की प्रमुख ने कहा, 'तो तुम भुगतो, ठीक है।' महिला ने जानकारी दी थी कि उन्होंने अपने साथ हो रही इस प्रताड़ना के खिलाफ शिकायत दर्ज नहीं कराई। साथ ही इसके बारे में किसी को सूचित भी नहीं किया।