केरल में बढ़ते कोरोना मामले पर बोले केंद्रीय मंत्री मुरलीधरन, राज्य सरकार की लापरवाही से मामले बढ़े
संसदीय कार्य राज्य मंत्री वी. मुरलीधरन ने केरल सरकार द्वारा ईद की छूट को सिद्धांतों के खिलाफ बताया और कहा ईद पर छुट देना पूरी तरह से अवैज्ञानिक और यह छूट पूरी तरह से सिद्धांतों के खिलाफ था।
नई दिल्ली, एएनआइ। संसदीय कार्य राज्य मंत्री वी. मुरलीधरन ने केरल सरकार द्वारा ईद की छूट को सिद्धांतों के खिलाफ बताया और कहा ईद पर छूट देना पूरी तरह से अवैज्ञानिक और यह छूट पूरी तरह से सिद्धांतों के खिलाफ था। जो छूट दी गई है वह कोरोना के मामलों के बढ़ने या घटने के आधार पर नहीं, बल्कि राजनीतिक और वोट बैंक के आधार पर है।
मुरलीधरन ने कहा कि केरल में कोरोना संक्रमितों की संख्या इस हद तक बढ़ गई है कि देशभर में कोरोना के आधे से ज्यादा मामले केरल के है। राज्य सरकार ने कोरोना के वैज्ञानिक सिद्धांतों का पालन नहीं किया। सरकार को यह समझना चाहिए कि यह एक वैश्विक महामारी है, डब्ल्यूएचओ और आइसीएमआर के दिशानिर्देश का पालन करना चाहिए। लेकिन केरल सरकार अपने सिद्धांतों और अपने फॉर्मूले का पालन कर रही हैं। लेकिन, राज्य सरकार को अब पता लगा है कि उनके सिद्धांत और फॉर्मूले फेल हो गए है। केरल सरकार को वैज्ञानिक सिद्धांतों और फार्मूले का पालन करना चाहिए। कोरोना महामारी को केरल सरकार ने बस अपने राजनीतिक फायदें के लिए इस्तेमाल किया है।
मुरलीधरन ने आगे कहा कि हर शनिवार और रविवार को वीकेंड लॉकडाउन होता है यह किसी वैज्ञानिक के आधार पर नहीं है। बल्कि लोग शुक्रवार को बाजार जाते हैं और इससे ही कोरोना के मामले बढ़ते है। सरकार को वैज्ञानिक सिद्धांतों का पालन करना चाहिए, डब्ल्यूएचओ और आइसीएमआर के दिशानिर्देश का पालन करना चाहिए। साथ ही सरकार को इस महामारी को राजनीतिक लाभ नहीं उठाना चाहिए।
केरल सरकार ने राज्य में कोरोना महामारी के बढ़ते मामलों को देखते हुए राज्य में वीकेंड लॉकडाउन लगाने का फैसला लिया है। सरकार ने 31 जुलाई यानी शनिवार को और 1 अगस्त यानी रविवार को पूर्ण लॉकडाउन का ऐलान किया है। स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी गुरुवार के आंकड़ों के मुताबिक पिछले घंटों में देशभर में कोरोना संक्रमण के 43,509 मामले मिले जिससे सक्रिय कुल मामलें 4,03,840 हो गए है। तो वहीं रिकवरी रेट 97.38 प्रतिशत की है।