पुरुष के बिना महिला समूहों को हज यात्रा के लिए लाटरी से छूट, नवंबर में होगा एलान, जानें कैसी हैं तैयारियां
हज यात्रा को लेकर तैयारियां शुरू हो गई है। केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी की मानें तो नवंबर के पहले सप्ताह में इसकी औपचारिक घोषणा हो सकती है। बिना मेहरम (पुरुष साथी) हज जाने वाली महिलाओं को लाटरी से छूट मिलेगी।
नई दिल्ली, जेएनएन। वैश्विक स्तर पर तेज टीकाकरण और कोरोना की घटती छाया के बीच हज की तैयारी भी शुरू हो गई है। नवंबर के पहले सप्ताह में इसकी औपचारिक घोषणा हो सकती है। वहीं केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने इसकी घोषणा भी कर दी है कि बिना मेहरम (पुरुष साथी) हज जाने वाली महिलाओं को लाटरी से छूट मिलेगी। यानी जितनी भी ऐसी महिलाएं छोटे समूह में जाना चाहेंगी उन्हें इजाजत मिलेगी। दरअसल मुस्लिम महिलाओं की स्वतंत्रता में इसे भी एक कड़ी माना गया था।
शुक्रवार को हज समीक्षा बैठक की अध्यक्षता के बाद नकवी ने बताया कि इस बार हज यात्रा के लिए अनुमति होगी। भारत और सऊदी अरब सरकार मिलकर इसके लिए पूरा दिशा-निर्देश तय कर रही है। नवंबर से आनलाइन आवेदन की प्रक्रिया भी शुरू हो सकती है। उन्होंने कहा कि दोनों डोज टीकाकरण के साथ समुचित सावधानियां अपनाई जाएंगी। जाहिर तौर पर यह माना जा रहा है कि इस बार हज यात्रियों की संख्या थोड़ी सीमित होगी।
गौरतलब है कि इंडोनेशिया के बाद सबसे ज्यादा दो लाख हज यात्री भारत ही भेजता है। इस बार संख्या कम हो सकती है। लेकिन उन महिला समूहों के लिए राह आसान होगी, जो बिना किसी पुरुष साथी के होंगे। उनके लिए लाटरी व्यवस्था नहीं होगी। नकवी ने यह भी स्पष्ट किया कि जिन्होंने पिछले साल की यात्रा के लिए आवेदन दिया था, वह इस साल भी मान्य रहेगा। दरअसल पिछले साल हज यात्रा ही नहीं हुई थी। पिछले साल आवेदन की संख्या लगभग साठ हजार के आसपास ही थी, जिनमें 837 बिना मेहरम थीं।