मुरैना में आंबेडकर और झलकारी बाई की प्रतिमा को लेकर हंगामा, समर्थकों में पथराव और हवाई फायरिंग
शहर के तुस्सीपुरा स्थित विवादित पार्क में लगी डॉ. भीमराव आंबेडकर और झलकारी बाई की प्रतिमाओं को लेकर दो पक्षों की बीच पथराव और हवाई फायरिंग हो गई। पथराव और मारपीट में तीन युवक घायल भी हुए हैं।
मुरैना, राज्य ब्यूरो। शहर के तुस्सीपुरा स्थित विवादित पार्क में लगी डॉ. भीमराव आंबेडकर और झलकारी बाई की प्रतिमाओं को लेकर दो पक्षों की बीच पथराव और हवाई फायरिंग हो गई। पथराव और मारपीट में तीन युवक घायल भी हुए हैं। घटना की जानकारी मिलते ही स्टेशन रोड थाना पुलिस मौके पर पहुंच गई। घटना के बाद इलाके में तनाव है। तुस्सीपुरा में गोशाला की जमीन पर डॉ. भीमराव आंबेडकर पार्क बना हुआ है। एक हिस्से में डॉ. आंबेडकर तो दूसरे छोर पर वीरांगना झलकारी बाई की प्रतिमा लगी है।
गोशाला की जमीन पर अतिक्रमण कर बनींं प्रतिमाओं को लेकर दोनों पक्षों में विवाद
रविवार की शाम आंबेडकर व झलकारी बाई के समर्थकों में विवाद हुआ और उसके बाद पथराव शुरू हो गया। झलकारी बाई पक्ष के समर्थक नरोत्तम माहौर और शंकरलाल माहौर ने बताया कि पार्क दोनों प्रतिमाओं के लिए आधा-आधा है, लेकिन आंबेडकर समर्थकों ने पूरे पार्क पर कब्जा करने के लिए चारों ओर आंबेडकर पार्क लिख दिया है। झलकारी बाई की प्रतिमा के नीचे भी डॉ. आंबेडकर पार्क लिखा है।
इसी बात का विरोध किया तो झलकारी बाई की प्रतिमा को तो़ड़ने के लिए पथराव कर दिया। दूसरे पक्ष के बालकिशन सिंह एवं विनोद जाटव ने बताया झलकारी बाई समर्थकों ने पहले बाबा साहब की प्रतिमा पर पथराव किया औ़़र उसके चारों ओर लगी रेलिंग को तोड़ दिया। इस पर विवाद शुरू हुआ। स्टेशन रोड टीआइ आशीष राजपूत पुलिस बल को लेकर मौके पर पहुंचे। दोनों पक्षों ने एक दूसरे पर मुकदमा दर्ज करने के लिए आवेदन दिया है।
जमीन पर अतिक्रमण कर लगी हैं दोनों प्रतिमाएं
जिस जमीन को लेकर टकराव हुआ है, यह जमीन वास्तव में गोविंद गोशाला की थी, जिस पर चार साल पहले अतिक्रमण कर पहले डॉ. आंबेडकर, फिर झलकारी बाई की प्रतिमा लगा दी गई। हाई कोर्ट के आदेश पर चार साल पहले जब पुलिस ने प्रतिमाओं को हटाया तो लेकिन विवाद इतना बढ़ा कि दोबारा प्रतिमाएं लगानी पड़ीं। गोशाला के संचालक ने तंग आकर जमीन दबंग कालोनाइजर को बेच दी है, फिर भी जमीन से अतिक्रमण नहीं हट सका है।
मुरैना स्टेशन रोड थाना के टीआइ आशीष राजपूत ने कहा कि यह जमीन गोविंद गोशाला की है और इसे लेकर पहले भी विवाद हुआ है। पार्क की रंगाई-पुताई चल रही थी और पेंटर ने वीरांगना झलकारी बाई की प्रतिमा के चबूतरे पर डॉ. भीमराव आंबेडकर पार्क एवं जय भीम लिख दिया, इसी को लेकर विवाद हुआ। दोनों पक्षों पर कार्रवाई की जाएगी।