कोविड संक्रमित युवक की असामान्य मौत के बाद किया गया पोस्टमार्टम, सामने आई यह सच्चाई

अरबिंदो अस्पताल के फोरेंसिक मेडिसिन विभाग के डॉ. पंकज नेमा के मुताबिक पोस्टमार्टम में काफी चौंकाने वाली चीजें सामने आई। युवक के फेफड़ों का आकार बढ़ा हुआ था व उनमें सूजन थी और निमोनिया के लक्षण भी थे। फेफड़े तैलीय और चमकदार थे।

By Arun Kumar SinghEdited By: Publish:Tue, 11 May 2021 10:55 PM (IST) Updated:Tue, 11 May 2021 10:55 PM (IST)
कोविड संक्रमित युवक की असामान्य मौत के बाद किया गया पोस्टमार्टम, सामने आई यह सच्चाई
कोविड संक्रमित के शव का पोस्टमार्टम किया गया

इंदौर, राज्य ब्यूरो। इंदौर के अरबिंदो अस्पताल में कोविड संक्रमित के शव का पोस्टमार्टम किया गया तो उसके फेफड़ों में रक्त के काले थक्के मिले। अस्पताल में सोमवार को ग्रामीण क्षेत्र से 40 वर्षीय युवक को मृत अवस्था में लाया गया था। युवक के स्वजन के मुताबिक उसे दिल, मस्तिष्क व कैंसर संबंधित कोई भी गंभीर बीमारी नहीं थी। ऐसी स्थिति में युवक की असामान्य मृत्यु की आशंका को देखते हुए पुलिस को सूचना देकर पोस्टमार्टम किया गया, तब पता चला किया कि वह कोविड संक्रमित था। 

फेफड़ों की रक्त प्रवाह नलियों में मिले काले थक्के

अरबिंदो अस्पताल के फोरेंसिक मेडिसिन विभाग के डॉ. पंकज नेमा के मुताबिक पोस्टमार्टम में काफी चौंकाने वाली चीजें सामने आई। युवक के फेफड़ों का आकार बढ़ा हुआ था व उनमें सूजन थी और निमोनिया के लक्षण भी थे। फेफड़े तैलीय और चमकदार थे। पूरे फेफड़ों की रक्त प्रवाह नलियों में रक्त के छोटे व बड़े थक्के जमे हुए थे।

रक्त के इन थक्कों का रंग काला पड़ गया था। उसके हृदय के दोनों वेंट्रिकल्स में भी इसी तरह के काले थक्के थे। इसके अलावा उसके मस्तिष्क की रक्त प्रवाह करने वाली नलियों में गहरे काले रंग के चमकदार थक्के मौजूद थे। इन तीनों वाइटल आर्गन्स (जीवनीय अंगों) में रक्त का इस अवस्था में होना एकदम से असामान्य था। 

इंदौर का पहला मामला होने का दावा

डॉ.नेमा के मुताबिक कोविड संक्रमण के कारण ही संभवत: युवक के शरीर में ये बदलाव आए, जिससे उसकी मौत हो गई। मृत युवक के स्वजन ने बाद में पूछताछ में बताया कि उसे छह-सात दिन से बुखार आ रहा था और सांस लेने में दिक्कत भी हो रही थी। वह घर पर ही उपचार ले रहा था। युवक की न कोविड जांच हुई थी और न ही सीटी स्कैन हुआ था।

उसकी रक्त जांच में सीआरपी का 138 होना भी कोरोना की पुष्टि करता है। डॉ. नेमा के मुताबिक तीनों जीवनीय अंगों में इतनी अधिक मात्रा में रक्त के थक्कों का मिलना उनके जीवन का पहला प्रकरण है। किसी रोगी में कोविड संक्रमण से हुई मौत में पहली बार इस तरह के लक्षण पोस्टमार्टम में देखने को मिले हैं। 

रतलाम के मेडिकल कालेज में भी हो चुका है पोस्टमार्टम

इंदौर में संक्रमण से मौत के बाद किसी शव का पहली बार पोस्टमार्टम होने का दावा किया गया है। इसके पूर्व रतलाम के मेडिकल कालेज में इसी तरह अज्ञात कारणों से हुई मौत के बाद युवक का पोस्टमार्टम किया गया था। इस दौरान सामने आई जानकारी से कोविड संक्रमण से मौत होने की पुष्टि हुई थी।

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