संवेदनहीनता: शव वाहन सौंपने से पहले फोटो शूट करवाने से बाज नहीं आए भोपाल के पूर्व महापौर

भोपाल में कोरोना मरीजों की मौत का सिलसिला रुकने का नाम ही नहीं ले रहा है। हालात यह हैं कि मरीजों के शव को मुक्तिधाम तक ले जाने के लिए शव वाहन कम पड़ गए हैं। नगर निगम के पास जो वाहन हैं वे नाकाफी साबित हो रहे हैं।

By Arun Kumar SinghEdited By: Publish:Tue, 20 Apr 2021 10:25 AM (IST) Updated:Tue, 20 Apr 2021 10:25 AM (IST)
संवेदनहीनता: शव वाहन सौंपने से पहले फोटो शूट करवाने से बाज नहीं आए भोपाल के पूर्व महापौर
पूर्व महापौर आलोक शर्मा ने शव ले जाने के लिए एक कार्यक्रम किया

भोपाल, राज्य ब्यूरो। कोरोना संकट के इस दौर में भी राजनेता संवेदनहीनता दिखाते हुए श्रेय लेने का कोई मौका नहीं छोड़ रहे हैं। इंदौर में शनिवार रात को भाजपा नेताओं के नारियल फोड़ने और फोटो करवाने के चक्कर में ऑक्सीजन टैंकर खाली होने में देरी हुई तो सोमवार को भोपाल में भी ऐसा ही वाकया दोहराया गया। पूर्व महापौर व भाजपा नेता आलोक शर्मा ने शहर में शव ले जाने के लिए छह वाहन विभिन्न अस्पतालों को सौंपने के लिए बकायदा एक कार्यक्रम किया और शव वाहनों के सामने फोटो शूट कराते रहे। ये वाहन उन्होंने किराए पर लिए हैं और इसका खर्च भी वे ही वहन करेंगे। शव वाहनों के साथ फोटो शूट करवाने पर इंटरनेट मीडिया पर उनकी जमकर खिंचाई हो रही है। 

भोपाल के पूर्व महापौर आलोक शर्मा ने की संकट में भी श्रेय लेने की राजनीति

दरअसल, भोपाल में कोरोना मरीजों की मौत का सिलसिला रुकने का नाम ही नहीं ले रहा है। हालात यह हैं कि मरीजों के शव को मुक्तिधाम तक ले जाने के लिए शव वाहन कम पड़ गए हैं। नगर निगम के पास जो वाहन हैं वे नाकाफी साबित हो रहे हैं। इस बीच भोपाल के बाहर से आए लोगों को भी किसी स्वजन का निधन हो जाने पर खासी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। इस समस्या को देखते हुए आलोक शर्मा ने किराए पर लिए वाहनों में अपने नाम का बैनर लगवाकर जेपी अस्पताल में कार्यक्रम आयोजित कर डाला। वाहनों को रवाना करने से पहले जमकर फोटो खिंचवाए गए। वीडियो भी बने। जेपी अस्पताल, हमीदिया अस्पताल, एम्स भोपाल, एनएल मेडिकल कॉलेज, पीपुल्स अस्पताल और चिरायु अस्पताल को एक-एक वाहन सौंपा गया है। 

भोपाल के पूर्व महापौर आलोक शर्मा ने कहा कि शव वाहनों पर ईधन और अन्य जो खर्च आएगा, वह मैं खुद वहन करूंगा। मैंने पवित्र मन से कोरोना काल में लोगों की मदद करनी चाही तो इसे तोड़-मरोड़कर पेश किया गया और राजनीति शुरू हो गई। मुझे फोटो शूट का कोई शौक नहीं है, लेकिन इस तरह से राजनीति होगी तो कोई भी व्यक्ति दूसरों की मदद के लिए सामने नहीं आएगा। मैंने तो भले मन से यह सब करना चाहा था, लेकिन कुछ लोगों ने इसे गलत तरीके से पेश किया है। इससे मन बहुत दुखी है। 

मप्र कांग्रेस के नेता नरेंद्र सलूजा ने कहा कि इंदौर में ऑक्सीजन के टैंकर को घंटों रोककर भाजपा नेताओं ने फोटोबाजी की और अब भोपाल के पूर्व महापौर आलोक शर्मा का शव वाहनों के साथ फोटो शूट बताता है कि भाजपा नेता आपदा में भी फोटोबाजी का अवसर ढूंढते हैं। 

इंदौर में ऑक्सीजन टैंकर को गुब्बारों से सजाया नेताओं ने 

इसी तरह की संवेदनहीनता का नजारा शनिवार को इंदौर में दिखा था। जामनगर से 30 टन ऑक्सीजन का टैंकर यहां पहुंचा तो प्लांट पर जाने से पहले उसे गुब्बारों से सजाया गया। मौके पर भाजपा के सांसद-विधायक पहुंचे थे। मंत्री तुलसी सिलावट ने नारियल फोड़ा, नेताओं ने पूजा की और चले गए। इसके करीब डेढ़ घंटे बाद टैंकर खाली हुआ। जनप्रतिनिधियों के पूजा-पाठ करते फोटो जब इंटरनेट मीडिया पर वायरल हुए तो जनता ने खूब खिंचाई की।

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