अधिक बच्चे पैदा करने वालों को मिलेंगे 1 लाख रुपये, जानें- किस राज्य के मंत्री ने की घोषणा

रॉयटे की घोषणा ऐसे समय में आई है जब पड़ोसी असम सहित भारत के कई राज्य जनसंख्या नियंत्रण नीति की वकालत कर रहे हैं। पुरस्कार के लिए चुना जाएगा उसे एक प्रमाण पत्र और एक ट्रॉफी भी मिलेगी।

By Manish PandeyEdited By: Publish:Tue, 22 Jun 2021 12:11 PM (IST) Updated:Tue, 22 Jun 2021 02:39 PM (IST)
अधिक बच्चे पैदा करने वालों को मिलेंगे 1 लाख रुपये, जानें- किस राज्य के मंत्री ने की घोषणा
मिजोरम का जनसंख्या घनत्व केवल 52 व्यक्ति प्रति वर्ग किमी है, जबकि राष्ट्रीय औसत 382 व्यक्ति प्रति वर्ग किमी है।

आइजोल, आइएएनएस। देश में जारी जनसंख्या नियंत्रण कानून की मांग के बीच मिजोरम के एक मंत्री ने अधिक बच्चे पैदा करने वालों को1 लाख का इनाम देने का ऐलान किया है। मिजोरम के खेल, युवा मामले और पर्यटन मंत्री रॉबर्ट रोमाविया रॉयटे ने जनसांख्यिकीय रूप से छोटे मिजो समुदायों के बीच जनसंख्या वृद्धि को प्रोत्साहित करने के लिए अपने विधानसभा क्षेत्र में सबसे ज्यादा बच्चे वाले माता-पिता को 1 लाख रुपये का नकद पुरस्कार देने की घोषणा की है।

54 वर्षीय रॉयटे तीन बेटियों और एक बेटे के पिता हैं। उन्होंने फादर्स डे (रविवार) पर इस बात का ऐलान किया। हालांकि, मंत्री ने यह नहीं बताया कि पुरस्कार पाने के लिए माता-पिता के लिए न्यूनतम या अधिकतम बच्चों की संख्या क्या है। यह पुरस्कार राशि एनईसीएस (नॉर्थ ईस्ट कंसल्टेंसी सर्विसेज) द्वारा प्रायोजित की जाएगी। मिजोरम का जनसंख्या घनत्व केवल 52 व्यक्ति प्रति वर्ग किमी है, जबकि राष्ट्रीय औसत 382 व्यक्ति प्रति वर्ग किमी है।

एनईसीएस एक निजी संगठन है, जो इस क्षेत्र के एक प्रमुख फुटबॉल क्लब आइजोल फुटबॉल क्लब (एएफसी) का आधिकारिक प्रायोजक भी है। रॉयटे इस क्षेत्र में खेल आयोजनों के एक प्रमुख आयोजक और एएफसी के मालिक भी हैं। उन्होंने कहा कि जिस व्यक्ति को पुरस्कार के लिए चुना जाएगा उसे एक प्रमाण पत्र और एक ट्रॉफी भी मिलेगी।

रॉयटे के निरंतर प्रयासें के कारण ही पिछले साल मिजोरम में खेल को उद्योग का दर्जा दिया गया था, जिसका उद्देश्य निवेश को आकर्षित करके खेल गतिविधियों को आगे बढ़ाना था। मिजोरम भारत का पहला राज्य है जिसने राज्य में रोजगार पैदा करने के उद्देश्य से खेलों को एक उद्योग घोषित किया है।

बांझपन दर और मिजो आबादी की घटती वृद्धि दर कई वर्षों से एक गंभीर चिंता का विषय रही है। 2018 के विधानसभा चुनावों से पहले सत्तारूढ़ मिजो नेशनल फ्रंट में शामिल हुए रॉयटे ने कहा, 'कम आबादी एक बहुत ही गंभीर मामला है और छोटे समुदायों या जनजातियों के जीवित रहने और प्रगति के लिए एक बड़ी बाधा है।'

बता दें कि मंत्री की घोषणा जियोना चाना की मृत्यु के एक सप्ताह बाद हुई, जिसकी 38 पत्नियां, 89 बच्चे और 33 पोते-पोतियां हैं, जो दुनिया के सबसे बड़े परिवारों में से एक माना जाता था। 76 वर्ष के चाना 1,000 से अधिक सदस्यों वाले परिवार के मुखिया थे। 13 जून को आइजोल में मधुमेह, उच्च रक्तचाप और अन्य बीमारियों से पीड़ित होने के बाद उनकी मृत्यु हो गई थी।

11 लाख (2011 की जनगणना) की आबादी के साथ, मिजोरम भारत का दूसरा सबसे कम आबादी वाला राज्य है। म्यांमार और बांग्लादेश की सीमा से लगे ईसाई और आदिवासी बहुल राज्य में लगभग 21,087 वर्ग किमी का क्षेत्र शामिल है।

chat bot
आपका साथी