कटनी जिला अस्पताल में स्टाफ नर्स के साथ बदसलूकी, सिविल सर्जन से लिखित शिकायत
जिला अस्पताल में कार्यरत एक स्टाफ नर्स ने मेट्रन पर आरोप लगाया है कि वो जब छुट्टी मांगने के लिए मेट्रन के पास गईं। तो पहले मेट्रन ने छुट्टी देने से मना किया । इतना ही नहीं नर्स के साथ बदसलूकी भी हुई।
कटनी, जेएनएन। कोरोना सकंटकाल में जहां लोग डॉक्टर और स्टाफ नर्स के योगदान की सरहना कर रहे हैं। वहीं दूसरी ओर अफसोस की बात ये है कि स्टाफ नर्स का मान- सम्मान उन्हीं के कार्यस्थल में ही नहीं किया जा रहा है। दरअसल पूरा मामला मध्यप्रदेश के कटनी जिला अस्पताल से जुड़ा है। जहां स्टाफ नर्स के साथ बदसलूकी का मामला सामने आया है।
जिला अस्पताल में कार्यरत एक स्टाफ नर्स ने मेट्रन पर आरोप लगाया है कि वो जब छुट्टी मांगने के लिए मेट्रन के पास गईं। तो पहले मेट्रन ने छुट्टी देने से मना किया लेकिन बाद में जब पीड़ित स्टाफ नर्स छुट्टी का आवेदन उन्हीं के पास रखकर आने लगी तो मेट्न से पीछे से उनका कॉलर पकड़ा और कमरे से बाहर निकाल दिया। पीड़ित नर्स ने फौरन इस बात की लिखित शिकायत सिविल सर्जन डॉ यशवंत वर्मा से की। जिला अस्पताल सूत्रों से पता चला कि पूरे मामले पर सिविल सर्जन डॉ यशवंत वर्मा ने मेट्रन कमला चौधरी से जब पूछताछ की और मामले पर स्पष्टीकरण मांगा तो मेट्रन ने सिविल सर्जन को भी स्पष्टीकरण से देने से साफ तौर पर मना कर दिया।
ज्यादातर स्टाफ नर्स मेट्रन के व्यवहार से पीड़ित
कटनी जिला अस्पताल में कार्यरत कई स्टाफ नर्सों ने नाम न छापने की शर्त पर बताया है कि मेट्रन कमला चौधरी स्टाफ के साथ भेदभाव करती हैं. जो उनके चहेते स्टाफ हैं उनको मनमर्जी से छुट्टी और मन की ड्यूटी करने को दिया जाता है। बाकि अन्य लोगों के साथ मेट्रन का व्यवहार बेहद खराब है। जिसकी शिकायत भी सिविल सर्जन से की गई, लेकिन अभी तक समस्या को हल नहीं निकल पाया।