गांवों में बिना बिजली के चलेंगे मिनी कोल्ड स्टोरेज, 15 दिनों तक सुरक्षित रह सकेंगी सब्जियां और फल-फूल
भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के विज्ञानी ऐसा मिनी कोल्ड स्टोर बनाने में सफल हुए हैं जो बिना बिजली के चलता है। इसे गांवों में स्थापित किया जा सकता है जिसमें फल फूल और सब्जियां सुरक्षित रखी जा सकती हैं।
सुरेंद्र प्रसाद सिंह, नई दिल्ली। भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (आइएआरआइ) के विज्ञानी ऐसा मिनी कोल्ड स्टोर बनाने में सफल हुए हैं, जो बिना बिजली के चलता है। इसे गांवों में स्थापित किया जा सकता है जिसमें फल, फूल और सब्जियां सुरक्षित रखी जा सकती हैं। छोटे किसानों को ध्यान में रखकर बनाया गया 'पूसा फार्म सनफ्रीज' नामक मिनी कोल्ड स्टोरेज उनकी तकदीर बदल सकता है। इसका सफल प्रयोग राजस्थान के रेगिस्तानी क्षेत्रों में किया जा चुका है।
सुदूर क्षेत्र के लघु किसानों की तकदीर बदल देगी मिनी कोल्ड स्टोर सुविधा
पूसा स्थित आइएआरआइ के एग्रीकल्चरल इंजीनियरिंग शाखा के प्रोफेसर इंद्रमणि और विज्ञानी डॉक्टर संगीता धींगरा की टीम ने इसे तैयार किया है। इसे उन दूरस्थ जगहों के लघु किसानों को ध्यान में रखकर डिजाइन किया गया है, जहां बिजली की सुविधा नहीं है। प्रोफेसर मणि ने बताया पूसा सनफ्रीज को व्यावसायिक बनाने के लिए दो कंपनियों को लाइसेंस देने की प्रक्रिया चल रही है। राजस्थान में इसकी लोकप्रियता के मद्देनजर कुछ और कंपनियां प्रयासरत हैं।
मिनी कोल्ड स्टोर में 15 दिनों तक सुरक्षित रह सकेंगी सब्जियां और फल-फूल
प्रोफेसर इंद्रमणि ने बताया कि मिनी कोल्ड स्टोर में दो टन पत्तेदार सब्जियां, फूल और फल तकरीबन 15 दिनों तक बिना किसी नुकसान के सुरक्षित ताजा रखे जा सकते हैं। इस टेक्नोलॉजी के माध्यम से पोस्ट हार्वेस्ट लॉसेस यानी फसल कटाई के बाद के नुकसान को घटाने की दिशा में एक नई क्रांति आएगी। फूड प्रोसेसिंग इंडस्ट्री के लिए इसे वरदान के तौर पर देखा जा रहा है। छोटे किसानों को अपनी उपज बाजार के बढ़ते-घटते दाम के हिसाब से बेचने की छूट मिल जाएगी। यह मिनी कोल्ड स्टोर एक पखवारे में बनकर तैयार हो जाता है।
मिनी कोल्ड स्टोर की उपयोगिता उन राज्यो में अधिक है, जहां गर्मी बहुत पड़ती
इंद्रमणि के अनुसार फिलहाल पांच ऐसे मिनी कोल्ड स्टोर स्थापित किए जा चुके हैं। इनमें पहला पानीपत के चमरारा गांव और दूसरा राजस्थान के अजमेर के पिचौलिया गांव के किसानों ने संयुक्त रूप से लगाया है। तीसरा कोल्ड स्टोर दिल्ली के ग्रामीण क्षेत्र में पल्ला गांव के एक किसान ने स्थापित किया है। दो और ऐसे स्टोर पूसा कैंपस में ही किसानों को दिखाने के लिए लगाए गए हैं। इसकी सर्वाधिक उपयोगिता उन राज्यो में है, जहां गर्मी बहुत पड़ती है। राजस्थान, हरियाणा और उत्तर प्रदेश समेत कई और राज्यों से इसकी मांग आने लगी है।
ऐसे करता है मिनी कोल्ड स्टोर काम
संस्थान के निदेशक डॉ. एके सिंह ने बताया कि पूसा सनफ्रीज का विकास ऑन फार्म स्टोरेज यानी खेतों और उसके आसपास भंडारण के लिए किया गया है। सौर ऊर्जा आधारित इस संयंत्र में सोलर पैनल से पांच किलोवाट बिजली पैदा की जाती है। इस बिजली का उपयोग डेढ़ टन के एयर कंडीशनर (एसी) चलाने और एक बड़े कंटेनर में रखा पानी ठंडा करने में किया जाता है। ठंडे पानी को पंप को कमरे की छत पर लगाए हुए पाइप के अंदर सर्कुलेट किया जाता है जिससे कमरा पूरी तरह ठंडा रहता है। शाम को सूर्यास्त के साथ ही एसी और समर्सिबल पंप भी बंद हो जाता है। ठंडा पानी छत पर लगे हुए पाइप के अंदर रुक जाता है जो कमरे को रात भर ठंडा रखता है। कमरे के अंदर का तापमान चार से 12 डिग्री सेल्सियस के बीच बना रहता है।