पाकिस्‍तान को भारतीय सेना से जुड़ी खुफिया जानकारी भेजने के आरोप में शख्‍स गिरफ्तार, खुद को बताता था सेना का अधिकारी

सीसीबी ने यह कार्रवाई आर्मी इंटेलीजेंस से मिली जानकारी के आधार पर की है। समाचार एजेंसी एएनआइ के मुताबिक आरोपी पाकिस्तान के आइएसआइ के साथ वॉट्सऐप पर संपर्क में था और सेना से जुड़ी खुफिया जानकारियां और तस्वीरें साझा कर रहा था।

By Neel RajputEdited By: Publish:Mon, 20 Sep 2021 01:44 PM (IST) Updated:Mon, 20 Sep 2021 01:54 PM (IST)
पाकिस्‍तान को भारतीय सेना से जुड़ी खुफिया जानकारी भेजने के आरोप में शख्‍स गिरफ्तार, खुद को बताता था सेना का अधिकारी
सीसीबी ने यह कार्रवाई आर्मी इंटेलीजेंस से मिली जानकारी के आधार पर की

बेंगलुरु, एएनआइ। सेंट्रल क्राइम ब्रांच ने एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है। व्यक्ति पर आरोप है कि वह सैन्य जानकारियां और सैन्य प्रतिष्ठानों की तस्वीरें विदेशी एजेंसियों के साथ साझा कर रहा था। सीसीबी ने संदिग्ध को गिरफ्तार कर लिया है और खुफिया जानकारी साझा करने के आरोप में मामला दर्ज कर लिया है। आरोपी का नाम जितेंद्र सिंह बताया गया है जो पाकिस्तान की इंटर-सर्विस इंटेलिजेंस (आइएसआइ) के लिए एजेंट के तौर पर काम कर रहा था।

सीसीबी ने यह कार्रवाई आर्मी इंटेलीजेंस से मिली जानकारी के आधार पर की है। समाचार एजेंसी एएनआइ के मुताबिक, आरोपी पाकिस्तान के आइएसआइ के साथ वॉट्सऐप पर संपर्क में था और सेना से जुड़ी खुफिया जानकारियां और तस्वीरें साझा कर रहा था।

Bengaluru | Southern Command Military Intelligence & CCB, arrested one Jitender Singh for impersonating as army officer. He was in communication with Pak based ISI officer over Whatsapp. He had shared photos, details of Army area & carried out reconnaissance of Army posts near IB pic.twitter.com/TexWA10QMp

— ANI (@ANI) September 20, 2021

जानकारी के मुताबिक, गिरफ्तार आरोपी जितेंद्र सिंह बाड़मेर सैन्य स्टेशन की तस्वीरें उपलब्ध करा रहा था और उस क्षेत्र से सभी सैन्य वाहनों की आवाजाही की सूचना भी पाक स्थित आइएसआइ अधिकारी को दी।

जितेंद्र आइएसआइ एजेंट को फोटो, वीडियो और वायस मैसेज भेजने के बाद डीलिट कर देता था। आइएसआइ एजेंट द्वारा 'नेहा उर्फ पूजाजी' के नाम से चलाए जा रहे एक जाली फेसबुक अकाउंट के जरिए जितेंद्र सिंह ट्रैप में आया। जितेंद्र ने सेना की वर्दी में अपनी फोटो खिंचवा रखी थी, इसलिए एजेंट ने जितेंद्र से दोस्ती की। 

सूत्रों के मुताबिक, वह आइएसआइ एजेंट के संपर्क में 2016 में आया था। उसे पैसे का लालच देकर वीडियो, फोटो एवं अन्य जानकारियां भेजने के लिए कहा गया। आरोपित इसके लिए राजी हो गया। विभिन्न अकाउंट से उसे डिजिटली भुगतान किया गया। सैन्य गुप्तचर ने नेहा और जितेंद्र सिंह के बीच फेसबुक संपर्क के बाद अकाउंट की निगरानी शुरू कर दी, जिसमें नेहा के अकाउंट का आइपी एड्रेस कराची का मिला।

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