शीतल आमटे सुसाइड मामले में जांच के लिए नागपुर से बुलाई गई स्पेशल टीम
शीतल आमटे सुसाइड मामले में जांच तेज हो गई है। पूरे मामले की जांच के लिए नागपुर से स्पेशल टीम बुलाई गई है। फॉरेंसिक जांच जारी है। बता दें कि 30 नवंबर 2020 यानी बीते दिन शीतल ने जहरीला इंजेक्शन लगा कर सुसाइड कर लिया था।
मुंबई, एएनआइ। सामाजिक कार्यकर्ता और बाबा आमटे की पोती शीतल आमटे सुसाइड मामले में जांच तेज हो गई है। पूरे मामले की जांच के लिए नागपुर से स्पेशल टीम बुलाई गई है। फॉरेंसिक जांच जारी है। इसकी जानकारी देते हुए एसपी ने बताया कि जांच के साथ-साथ उन्हें पोस्टमार्टम के बाद इस सुसाइड केस में सहायता मिलेगी। फिलहाल आकस्मिक मौत का मामला दर्ज कर लिया गया है। बता दें कि कुष्ठ रोगियों के लिए आनंदवन संस्था चलाने वाले डॉक्टर बाबा आमटे की पोती ने सोमवार तड़के यानी 30 नवंबर को चंद्रपुर में अपने घर में सुसाइड कर लिया था। उनके सुसाइड की वजह फिलहाल अभी सामने नहीं आई है। बताया जा रहा है कि शीतल ने जहर का इंजेक्शन लगाकर अपनी जान दी थी।
डॉक्टर शीतल आमटे महारोगी सेवा समिति की सीईओ थीं। वह पिछले कई सालों से अपने पति और परिवार के साथ एकजुट होकर कुष्ठ रोगियों की सेवा कर रही थीं। शीतल, विकास आमटे और भारती आमटे की बेटी और डॉक्टर प्रकाश आमटे की भतीजी थीं। उन्होंने सुसाइड से पहले सोशल मीडिया पर एक पेंटिंग भी शेयर की थी।, जिसमें उन्होंने कैप्शन लिखा था कि वॉर एंड पीस।
कुछ दिन पहले संस्था में घोटाले को लेकर किया था खुलासा
बता दें कि 72 साल से चंद्रपुर जिले के वरोरा तहसील के आनंदवन में बाबा आमटे का परिवार कुष्ठ रोगियों की सेवा कर रहा है। कुछ दिन पहले शीतल ने आनंदवन में आर्थिक घोटालों को लेकर फेसबुक पर लाइव डिस्कशन भी किया था। इसके बाद विवाद बढ़ता देख उन्होंने अपने वीडियो को डिलीट कर दिया था। वहीं उनके परिवार ने शीतल का सार्वजनिक तौर पर विरोध किया था और कहा था उन्हें गलतफहमी हुई है।