महाराष्ट्र ATS के हिरासत में ISIS के नौ संदिग्ध, आतंकी साजिश की फिराक में थे

महाराष्ट्र आतंकवाद निरोधक दस्ते ने ठाणे के मुंब्रा से चार व औरंगाबाद से पांच युवाओं को संदेह के आधार पर हिरासत में लिया है।

By Arti YadavEdited By: Publish:Wed, 23 Jan 2019 09:54 AM (IST) Updated:Wed, 23 Jan 2019 12:56 PM (IST)
महाराष्ट्र ATS के हिरासत में ISIS के नौ संदिग्ध, आतंकी साजिश की फिराक में थे
महाराष्ट्र ATS के हिरासत में ISIS के नौ संदिग्ध, आतंकी साजिश की फिराक में थे

मुंबई, मिड डे। महाराष्ट्र आतंकवाद निरोधक दस्ते (ATS) ने नौ संदिग्धों को हिरासत में लिया है। आरोपितों का आंतकी संगठन आईएसआईएस (ISIS) से कनेक्शन बताया जा रहा है। महाराष्ट्र एटीएस ने ठाणे के मुंब्रा से चार व औरंगाबाद से पांच युवाओं को संदेह के आधार पर हिरासत में लिया है।  नके पास से केमिकल पाउडर, एसिड पाउडर , धारदार हथियार ,हार्ड ड्राइव, मोबाइल फोन, सिम कार्ड जब्त हुए हैं, इसके अलावा लैपटॉप, मोबाइल और धार्मिक किताबों को भी जब्त किया गया है। उनसे पूछताछ की जा रही है।

बताया जा रहा है कि ये सभी ऑनलाइन प्लेटफॉर्म के जरिए आईएसआईएस के संपर्क में थे और देश विरोधी गतिविधियों में शामिल थे। महाराष्ट्र एटीएस बीते लंबे समय से इन सभी पर नजर बनाए हुए थी, जिसके बाद इनपर कार्रवाई की गई। एटीएस को शक था कि ये ग्रुप राज्य में किसी बड़े आतंकी हमले की साजिश रच रहे थे, मंगलवार देर रात को एटीएस ने इन्हें गिरफ्तार किया। इन सभी नौ व्यक्तियों को आज कोर्ट में पेश किया जा सकता है। सूत्रों की मानें तो अभी महाराष्ट्र एटीएस इस मामले में और भी कई गिरफ्तारियां कर सकती हैं।

पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया से जुड़े हैं युवा

पुलिस के अनुसार, सभी युवा पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआइ) से जुड़े हैं। इनमें एक इंजीनियर है और भिवंडी के एक संस्थान में काम करता है। एक अन्य अच्छा फुटबालर है। एटीएस ने औरंगाबाद में सभी आरोपितों के घरों में तीन घंटे तक छापेमारी की और सामग्री जब्त की। पुलिस को उनकी गतिविधियां संदिग्ध लगीं। उनके पास से मिले भाषणों में कथित रूप से युवाओं को भड़काने वाले बयान हैं।

हिरासत में लिए गए एक आरोपित के भाई ने कहा, 'मुझे नहीं लगता कि युवाओं ने कुछ भी गलत किया है। एटीएस अधिकारियों ने हम लोगों से कहा है कि वे सिर्फ पूछताछ के लिए उन लोगों को ले जा रहे हैं।' पीएफआइ औरंगाबाद के अध्यक्ष सैयद कलीम ने कहा कि हम युवाओं के लिए शैक्षणिक और रोजगारपरक कार्यक्रम करते रहते हैं। पुलिस को इनकी जानकारी होती है। उसने कभी आपत्ति नहीं जताई।

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