मध्य प्रदेश: कालेजों में रामायण और महाभारत पढ़ेंगे छात्र, इंजीनियरिंग के सिलेबस में शामिल होगा रामसेतु

मध्य प्रदेश के कालेजों में छात्रों को अब रामायण और महाभारत (Ramayana Mahabharata) पढ़ाया जाएगा। राज्य के उच्च शिक्षा विभाग का कहना है कि इंजीनियरिंग छात्रों के पाठ्यक्रम में रामायण महाभारत और रामचरितमानस को शामिल किया गया हैं।

By Manish PandeyEdited By: Publish:Tue, 14 Sep 2021 09:58 AM (IST) Updated:Tue, 14 Sep 2021 12:10 PM (IST)
मध्य प्रदेश: कालेजों में रामायण और महाभारत पढ़ेंगे छात्र, इंजीनियरिंग के सिलेबस में शामिल होगा रामसेतु
सलेबस में रामायण और रामसेतु को शामिल करने की तैयारी कर ली है

भोपाल, एएनआइ। मध्य प्रदेश के कालेजों में छात्रों को अब रामायण और महाभारत पढ़ाया जाएगा। राज्य के उच्च शिक्षा विभाग का कहना है कि इंजीनियरिंग छात्रों के पाठ्यक्रम में रामायण, महाभारत और रामचरितमानस (Ramayana, Mahabharata and Ramcharitmanas) को शामिल किया गया हैं।

राज्य के उच्च शिक्षा मंत्री मोहन यादव (MP Higher Education Minister Mohan Yadav) ने कहा कि जो कोई भी भगवान राम के चरित्र और समकालीन कार्यों के बारे में सीखना चाहता है, वह इंजीनियरिंग पाठ्यक्रमों के जरिए ऐसा कर सकता है। शिक्षा मंत्री ने कहा कि हमारे अध्ययन बोर्ड के शिक्षकों ने एनईपी 2020 के तहत पाठ्यक्रम तैयार किया है... यदि हम अपने गौरवशाली इतिहास को आगे ला सकते हैं, तो इससे किसी को कोई दिक्कत नहीं होनी चाहिए।

Madhya Pradesh | Ramayana, Mahabharata & Ramcharitmanas included in the syllabus of engineering students, says state higher education dept

"Whoever wants to learn about Lord Ram's character & contemporary works can do so in engg courses," says Mohan Yadav, MP Higher Edu Min pic.twitter.com/LMYpMVxMSx

— ANI (@ANI) September 13, 2021

इस शैक्षणिक सत्र से प्रभावी होने वाले नए पाठ्यक्रम के अनुसार, कला के छात्रों के लिए 'श्री रामचरितमानस के अनुप्रयुक्त दर्शन' को वैकल्पिक विषय के रूप में पेश किया गया है। वहीं, अंग्रेजी के फाउंडेशन कोर्स में प्रथम वर्ष के छात्रों को सी राजगोपालचारी की महाभारत की प्रस्तावना पढ़ाई जाएगी। राज्य के शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने कहा कि अंग्रेजी और हिंदी के अलावा, योग और ध्यान को भी तीसरे फाउंडेशन कोर्स के रूप में पेश किया गया है, जिसमें 'ओम ध्यान' और मंत्रों का पाठ शामिल है।

बता दें कि मध्य प्रदेश में सभी कालेज और विश्वविद्यालय 15 सितंबर से खोले जाएंगे। छात्रों की 50 फीसद उपस्थिति के साथ पढ़ाई शुरू की जाएगी। इस दौरान संपूर्ण शैक्षणिक तथा अशैक्षणिक स्टाफ को मौजूद रहने का आदेश जारी किया गया है। इसमें कहा गया है कि टीकीकरण के प्रथम डोज की प्रमाण पत्र जमा करने के बाद ही कालेज और विश्वविद्यालय में प्रवेश करने दिया जाएगा।

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