मध्य प्रदेश: समर्थन मूल्य पर मक्का की खरीद तय नहीं, केंद्र सरकार को लिखा पत्र

प्रदेश में 40 लाख टन से ज्यादा मक्का का उत्पादन होता है। छिंदवा़़डा सहित अन्य जिलों में बंपर पैदावार होती है। सरकार ने मक्का की समर्थन मूल्य पर खरीद करने का प्रस्ताव केंद्र सरकार को भेजा था। प्रति क्विंटल मक्का की कीमत 1850 रपये है।

By Manish PandeyEdited By: Publish:Sun, 25 Oct 2020 08:58 AM (IST) Updated:Sun, 25 Oct 2020 08:58 AM (IST)
मध्य प्रदेश: समर्थन मूल्य पर मक्का की खरीद तय नहीं, केंद्र सरकार को लिखा पत्र
मक्के का समर्थन मूल्य तय करने के लिए, केंद्र सरकार को लिखा पत्र।

भोपाल/नरसिंहपुर, जेएनएन। ग्वालियर-चंबल संभाग में 21 अक्टूबर से धान की खरीद तो न्यूनतम समर्थन मूल्य पर शुरू हो गई है पर मक्का को लेकर अभी तक कोई हलचल नहीं है। केंद्र सरकार खरीद के लिए अनुमति तो दे रही है पर यह शर्त भी लगा रही है कि राज्य उतनी ही खरीद करें, जितनी खपत सार्वजनिकवितरण प्रणाली ([पीडीएस)] में हो सके। प्रदेश में पीडीएस में मोटे अनाज की मांग नहीं होती है, इसलिए राज्य सरकार ने केंद्र को पत्र लिखकर मार्गदर्शन मांगा है।

प्रदेश में 40 लाख टन से ज्यादा मक्का का उत्पादन होता है। छिंदवा़़डा सहित अन्य जिलों में बंपर पैदावार होती है। सरकार ने मक्का की समर्थन मूल्य पर खरीद करने का प्रस्ताव केंद्र सरकार को भेजा था। प्रति क्विंटल मक्का की कीमत 1850 रपये है, लेकिन अभी तक समर्थन मूल्य पर खरीद को लेकर कोई फैसला नहीं हुआ है। खाद्य नागरिक आपूर्ति विभाग के अधिकारियों का कहना है कि प्रदेश में पीडीएस में मक्का सहित अन्य मोटे अनाज की मांग नहीं होती है। इसे देखते हुए सरकार ने केंद्र सरकार से मार्गदर्शन मांगा है कि किस तरह मक्का खरीदकर किसानों को राहत पहुंचाई जाए। निगम अधिकारियों का कहना है कि गुणवत्ता का मुद्दा भी इसके साथ जु़़डा है, क्योंकि किसान हाइब्रिड मक्का का उत्पादन करते हैं।

किसान नेता बोले- उप्र की तरह सरकार खरीदे

भारतीय किसान संघ के प्रदेश संगठन मंत्री महेश चौधरी का कहना है कि पूरे प्रदेश में मक्का का रकबा लगभग 15 लाख हेक्टेयर है। उत्पादन भी अन्य वषर्षो की तुलना में अच्छा है। सरकार सिर्फ आश्वासन दे रही है। खरीदी कब तक होगी नहीं पता। उप्र सरकार की तरह खरीदी हो।

राजनेता बोले

प‌रू्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह ने मक्का की समर्थन मूल्य पर खरीद नहीं होने से किसानों को हो रहे नुकसान का मुद्दा उठाते हुए सरकार की नीति पर सवाल उठाए हैं। इसे लेकर दमोह की पाटन तहसील के किसानों ने आंदोलन भी किया और एसडीएम को ज्ञापन सौंपा है। कृषिष मंत्री कमल पटेल का कहना है कि इस संबंध में सभी पहलुओं पर विचार किया जा रहा है।

इन इलाकों में होती है मक्के की खेती

होशंगाबाद, छिंदवाड़ा, सिवनी-मालवा, निमाड़, नरसिंहपुर

मक्का का उपयोग

कुक्कुट आहार: 49 फीसद

खाद्य पदार्थ के रूप में : 25 फीसद

पशु आहार: 12 फीसद

स्टार्च: 12 फीसद

पेय पदार्थ: एक फीसद

बीज: एक फीसद

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