Madhya Pradesh: सांवेर की हर पंचायत में घुसा कोरोना, महू भी मुश्किल में, तेजी से खोले जा रहे कोविड सेंटर

महू विकासखंड की 66 ग्राम पंचायतों में 2326 लोग संक्रमित हो चुके हैं। यानी पूरे जिले में ग्रामीण क्षेत्र के 43 फीसद कोरोना पॉजिटिव अकेले महू विकासखंड हैं। इंदौर विकासखंड की 64 ग्राम पंचायतों में से 58 में 773 लोग संक्रमित मिले हैं।

By Dhyanendra Singh ChauhanEdited By: Publish:Mon, 10 May 2021 11:10 PM (IST) Updated:Mon, 10 May 2021 11:13 PM (IST)
Madhya Pradesh: सांवेर की हर पंचायत में घुसा कोरोना, महू भी मुश्किल में, तेजी से खोले जा रहे कोविड सेंटर
अब क्लस्टर में बांटकर तेजी से खोले जा रहे हैं कोविड केयर सेंटर

इंदौर, जेएनएन। इंदौर जिले की 91 फीसद ग्राम पंचायतों को चपेट में ले चुका कोरोना संक्रमण सांवेर विकासखंड की हर पंचायत में घुस चुका है। सबसे ज्यादा मुश्किल में महू विकासखंड है। यहां कोरोना के मरीज अन्य विकासखंडों से कहीं ज्यादा आ रहे हैं, जबकि देपालपुर में कुछ राहत है। जिले के ग्रामीण क्षेत्र में एक महीने में 5,380 लोग कोरोना संक्रमित हो चुके हैं। सांवेर विकासखंड की कुल 75 ग्राम पंचायतों में कोई न कोई संक्रमित हो चुका है। यहां अब तक 1,685 लोग संक्रमण का शिकार हुए हैं।

महू विकासखंड की 66 ग्राम पंचायतों में 2,326 लोग संक्रमित हो चुके हैं। यानी पूरे जिले में ग्रामीण क्षेत्र के 43 फीसद कोरोना पॉजिटिव अकेले महू विकासखंड हैं। इंदौर विकासखंड की 64 ग्राम पंचायतों में से 58 में 773 लोग संक्रमित मिले हैं। यहां भी 90 फीसद से अधिक पंचायतों में कोरोना दस्तक दे चुका है।

गांवों में कोरोना के कोहराम को देखते हुए शासन-प्रशासन का ध्यान हुआ अब केंद्रित

देपालपुर विकासखंड में इसलिए राहत कही जा सकती है कि यहां 86 फीसद पंचायतों में सबसे कम 596 लोग ही संक्रमित हुए हैं। गांवों में कोरोना के कोहराम को देखते हुए शासन-प्रशासन का ध्यान अब जाकर केंद्रित हुआ है। इसके चलते अलग-अलग गांवों के क्लस्टर के बीच कोविड केयर सेंटर की संख्या बढ़ाई जा रही है। सांवेर विकासखंड में सांवेर के बाद मांगलिया में एक निजी स्कूल भवन में भी कोविड केयर सेंटर बन चुका है। यहां मंगलवार या बुधवार से मरीजों को लेना शुरू किया जाएगा।

ग्राम पंचायतों में कोविड केयर सेंटर में बदले जा रहे क्वारंटाइन सेंटर

सांवेर जनपद पंचायत की सीईओ कुसुम मंडलोई ने बताया विकासखंड की विभिन्न ग्राम पंचायतों में बनाए गए क्वारंटाइन सेंटर को कोविड केयर सेंटर में बदल रहे हैं। उपलब्ध संसाधनों के अनुसार पंचायत भवनों, स्कूलों और सामुदायिक भवनों का उपयोग भी किया जा रहा है । 

chat bot
आपका साथी