Weather Updates: उत्तर भारत में आज भी बारिश की संभावना, मौसम विभाग ने कहा- मानसून की वापसी में है विलंब

मौसम विभाग ने देश के उत्तरी राज्यों में कुछ वर्षो से मानसून की वापसी में विलंब होने के रुख को देखते हुए इसकी वापसी की तारीख को संशोधित किया गया था। दक्षिण-पश्चिम मानसून पहले राजस्थान से वापस होना शुरू होता है।

By Monika MinalEdited By: Publish:Fri, 17 Sep 2021 05:28 AM (IST) Updated:Fri, 17 Sep 2021 05:39 AM (IST)
Weather Updates: उत्तर भारत में आज भी बारिश की संभावना, मौसम विभाग ने कहा- मानसून की वापसी में है विलंब
पिछले साल वापसी की तारीख में हुआ था संशोधन

नई दिल्ली, एजेंसी। मानसून के दौरान भारी बारिश के कारण देश के अनेकों राज्यों की हालत खराब है। मौसम विभाग के अनुसार शुक्रवार सुबह देबई (Debai), नरोरा (Narora), साहसवान (Sahaswan), अतरौली (Atrauli), अलीगढ़ (Aligarh), इगलास (Iglas),सिकंदरा राव ( Sikandra Rao), राया (Raya), हाथरस (Hathras), मथुरा (Mathura), जलेसर, टुंडला आगरा में हल्की से मध्यम तीव्रता वाली बारिश के आसार हैं।

दिल्ली और आसपास के क्षेत्रों में गुरुवार को हल्की बारिश देखी गई, जिसके बाद आरेंज अलर्ट जारी किया गया, क्योंकि IMD ने गुरुवार के लिए मध्यम से भारी बारिश की भविष्यवाणी की थी। साथ ही लखनऊ और उत्तर प्रदेश के कुछ अन्य जिलों में भी भारी बारिश हुई। लखनऊ, कानपुर, बाराबंकी, सुल्तानपुर, सीतापुर, अयोध्या, वाराणसी, गोरखपुर, प्रयागराज, सहारनपुर, मुरादाबाद, संभल, बिजनौर और अमरोहा सहित राज्य के लगभग 30 जिलों में बुधवार देर रात से लगातार बारिश होती रही। पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार गुरुवार को उत्तर प्रदेश के कई जिलों में भारी बारिश के कारण 12 लोगों की मौत हो गई। ये जिले हैं फतेहपुर, प्रतापगढ़, कौशांबी, जौनपुर और बाराबंकी। भारतीय मौसम विभाग ने शुक्रवार सुबह साढ़े चार बजे यह जानकारी ट्वीट के जरिए दी।

कुछ दिन और रुकेगा मानसून

देश में इस साल मानसून के लंबे समय तक रहने की बात कही जा रही है। मौसम विभाग के अनुसार सितंबर के अंत तक उत्तर भारत में बारिश में कमी के आसार नहीं हैं। मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार, दक्षिण-पश्चिम मानसून उत्तर-पश्चिम भारत से तभी वापस होता है जब लगातार पांच दिनों तक इलाके में बारिश नहीं होती है। निचले क्षोभ मंडल ([ट्रोपोस्फेयर)] में चक्रवात रोधी वायु का निर्माण होता है और आद्रता में भी काफी कमी होना आवश्यक है। मौसम विभाग के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्र ने गुरुवार को बताया, 'अगले 10 दिनों तक उत्तर भारत से मानसून की वापसी के संकेत नहीं दिख रहे हैं।'

पिछले साल वापसी की तारीख में हुआ था संशोधन 

विभाग ने पिछले वर्ष उत्तर--पश्चिम भारत से मानसून की वापसी की तारीख संशोधित की थी। पिछले कुछ वर्षो से मानसून की वापसी में विलंब होने के रुख को देखते हुए ऐसा किया गया था। दक्षिण-पश्चिम मानसून पहले राजस्थान से वापस होना शुरू होता है। संशोधित तिथि के अनुसार, यह 17 सितंबर से जैसलमेर से वापस होना शुरू होता है।  मानसून ने 2017, 2018, 2019 और 2020 में विलंब से वापसी शुरू की।

देर से आएगी ठंड

मानसून के विलंब से वापस जाने का मतलब होता है कि ठंड भी देर से प़़डती है। आधिकारिक रूप से दक्षिण--पश्चिम मानसून एक जून से शुरू होता है और 30 सितंबर तक रहता है।

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