देश में कोरोना की तीसरी लहर को लेकर जानिए क्या बोले सीएसआइआर के वैज्ञानिक

बच्चों को लेकर बात करते हुए सीएसआइआर संस्थान के जीनोमिक्स और इंटीग्रेटिव बायोलाजी के निदेशक अनुराग अग्रवाल ने कहा कि बच्चों को हमेशा संक्रमण का खतरा बना रहता है। भारत के आंकड़े बताते हैं कि बच्चे वयस्कों की तरह लगभग उसी दर से संक्रमित हुए हैं।

By Dhyanendra Singh ChauhanEdited By: Publish:Fri, 03 Dec 2021 08:16 PM (IST) Updated:Fri, 03 Dec 2021 08:16 PM (IST)
देश में कोरोना की तीसरी लहर को लेकर जानिए क्या बोले सीएसआइआर के वैज्ञानिक
भारत में कोरोना का नए वैरिएंट ओमिक्रोन के मामले आए सामने

नई दिल्ली, एएनआइ। कोरोना के नए वैरिएंट के बीच सीएसआइआर ने कहा कि आबादी के एक छोटे से हिस्से का अभी टीकाकरण नहीं हुआ है, हमें उनका टीकाकरण अवश्य करवाना चाहिए। हमें स्वास्थ्य कर्मियों को वैक्सीन के बूस्टर डोज के साथ खुद को बचाने का एक उचित तरीका देना चाहिए। अभी सबसे अच्छी इम्युनिटी वाले लोग हाइब्रिड इम्युनिटी वाले लोग हैं जो आबादी का सबसे बड़ा हिस्सा हैं। इसके साथ ही सीएसआइआर संस्थान के जीनोमिक्स और इंटीग्रेटिव बायोलाजी के निदेशक अनुराग अग्रवाल ने बताया कि संक्रमण के बढ़ते मामलों को लेकर देश में कोरोना की तीसरी लहर आ सकती है। उन्होंने कहा है कि कोरोना महामारी की तीसरी लहर निश्चित रूप से बढ़ते संक्रमणों की संख्या के संदर्भ में आएगी। देश में हो रहे टीकाकरण व स्वास्थ्य प्रणाली के चलते यह उतनी भयावह नहीं होनी चाहिए।

Children have always been at risk for infection. India's data show that children have got infected at almost same rate as adults. Children will continue to be at low risk for severe disease, but given enough number of infections, some will always develop severe disease, he added pic.twitter.com/vaggYOZozZ— ANI (@ANI) December 3, 2021

वहीं, बच्चों को लेकर बात करते हुए उन्होंने कहा कि बच्चों को हमेशा संक्रमण का खतरा बना रहता है। भारत के आंकड़े बताते हैं कि बच्चे वयस्कों की तरह लगभग उसी दर से संक्रमित हुए हैं। उन्होंने कहा कि बच्चों में गंभीर बीमारी का जोखिम कम बना रहेगा, लेकिन पर्याप्त संख्या में संक्रमणों को देखते हुए, कुछ में हमेशा गंभीर बीमारी का विकास होगा।

ओमिक्रोन वैरिएंट से संक्रमित होने पर अस्‍पताल में भर्ती होने की जरूरत नहीं

बता दें कि पिछले दिनों इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च के मुख्‍य वैज्ञानिक डाक्टर रमन गंगाखेडकर ने बताया कि नए वैरिएंट के बारे में फिलहाल ज्यादा जानकारी नहीं है, लेकिन शुरुआती रिपोर्ट से पता चला है कि इससे संक्रमित होने पर अस्‍पताल में भर्ती होने की जरूरत नहीं आई है। उन्‍होंने कहा कि हल्के लक्षणों को रोका नहीं जा सकता है, क्‍योंकि वैरिएंट लगातार आते रहेंगे।

126 करोड़ से ज्यादा हुआ कोरोना टीकाकरण का आंकड़ा

इस बीच, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि देश में कोरोना वैक्सीनेशन का आंकड़ा 126.44 करोड़ के पार पहुंच गया है। आज शाम 7 बजे तक कोविड की 66 लाख से ज्यादा डोज लगाई गई हैं।

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