जानिए- भारत में वन्यजीव-मानव संघर्ष में जान गंवाने वालों को कितना मिलता है मुआवजा

वन्यजीव मानव संघर्ष (wildlife human conflict) में इंसान को काफी क्षति उठानी पड़ती है। मानव-वन्यजीव के टकराव में इंसान की मौत होने पर हरियाणा में 76400 रुपये से लेकर और महाराष्ट्र में 873995 रुपये तक मुआवजे का प्रावधान है।

By Manish PandeyEdited By: Publish:Thu, 25 Feb 2021 08:11 AM (IST) Updated:Thu, 25 Feb 2021 08:11 AM (IST)
जानिए- भारत में वन्यजीव-मानव संघर्ष में जान गंवाने वालों को कितना मिलता है मुआवजा
भारत में अभी जान गंवाने वालों को मिल रहा औसतन 1,91,437 रुपये का मुआवजा

नई दिल्ली, प्रेट्र। एक अध्ययन में कहा गया है कि भारत में वन्यजीव-मानव के संघर्ष (wildlife human conflict in India) में जान गंवाने वाले लोगों के परिजनों को पर्याप्त मुआवजा नहीं दिया जाता। जर्नल पीएनएएस में प्रकाशित अध्ययन में भारत में 11 वन्यजीव अभयारण्य के पास 5196 घरों का सर्वेक्षण किया गया है।

अध्ययन के मुख्य लेखक और कनाडा में ब्रिटिश कोलंबिया विश्वविद्यालय से जुड़े सुमीत गुलाटी ने बताया कि वन्यजीव मानव संघर्ष में इंसान काफी क्षति उठाता है। शोधार्थियों ने कहा कि मानव-वन्यजीव के टकराव में इंसान की मौत होने पर हरियाणा में 76,400 रुपये से लेकर और महाराष्ट्र में 8,73,995 रुपये तक मुआवजे का प्रावधान है। उन्होंने कहा कि मनुष्य की मृत्यु होने पर देश में औसतन 1,91,437 रुपये का मुआवजा मिलता है। जबकि घायल होने पर औसतन मात्र 6,185 रुपये का मुआवजा दिया जाता है।                                             

शोधाíथयों के अनुसार, मानव के हताहत होने पर बेहतर मुआवजा देकर प्रजातियों के संरक्षण की चाह रखने वाले लोगों के प्रति द्वेष कम किया जा सकता है। गुलाटी ने कहा कि अगर सरकारों ने मानव जीवन की क्षति के वास्तविक मूल्य की सटीक समझ के आधार पर संघर्ष को कम करने के उपाय किए तो टकराव और द्वेष कम होगा, जो जंगल के पास रहने वाले और वन में रहने वालों जीवों के बारे में फिक्रमंद लोगों के लिए बेहतर होगा।

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