भारतीय मूल की इस महिला की है अमेरिका में तेज-तर्रार अधिकारी के तौर पर पहचान, बाइडन को भी इन पर भरोसा

अमेरिका के राष्‍ट्रपति बाइडन ने एडवोकेट किरण आहूजा को बड़ी जिम्‍मेदारी देने के लिए नामित किया है। हालांकि इसको अभी सीनेट की मंजूरी मिलना बाकी है। अमेरिका में किरण की गिनती एक तेजतर्रार अधिका‍री के रूप में होती है।

By Kamal VermaEdited By: Publish:Thu, 25 Feb 2021 10:37 AM (IST) Updated:Thu, 25 Feb 2021 07:44 PM (IST)
भारतीय मूल की इस महिला की है अमेरिका में तेज-तर्रार अधिकारी के तौर पर पहचान, बाइडन को भी इन पर भरोसा
पहले भी कई बड़ी भूमिका निभा चुकी हैं किरण

नई दिल्‍ली (ऑनलाइन डेस्‍क)। अमेरिका के बाइडन प्रशासन में लगातार भारतीय मूल के लोगों का दबदबा बना हुआ है। इस प्रशासन में कई भारतीयों को अब तक अहम जगहों पर तैनात किया जा चुका है। अब बाइडन ने एक और भारतवंशी को कार्मिक प्रबंधन कार्यालय का प्रमुख बनाने के लिए नामित किया है। इनका नाम किरण आहूजा हैं, जो एक वकील के साथ-साथ एक मानवाधिकार कार्यकर्ता भी हैं।

जिस विभाग के लिए उन्‍हें नामित किया गया है, वो अमेरिका के बीस लाख सिविल सेवा अधिकारियों के प्रबंधन के मामलों को देखता है। इसका अर्थ है कि किरण के रूप में अमेरिका एक और भारतीय को बड़ी अहम जिम्‍मेदारी देने जा रहा है। हालांकि, इसको सीनेट की मंजूरी मिलना अभी बाकी है। यदि बाइडन द्वारा नामित नाम को सीनेट मंजूरी दे देती है, तो वह इस पद पर नियुक्त होने वाली पहली भारतीय-अमेरिकी महिला बन जाएंगी। आपको ये भी बता दें कि बाइडन के लिए किरण का नाम नया नहीं है। ओबामा प्रशासन में किरण अपनी प्रतिभा का लोहा मनवा चुकी हैं। करीब छह वर्षों तक वो एक योजना में कार्यकारी निदेशक थीं।

आपको बता दें कि इससे पहले किरण 2015 से 2017 तक इसी कार्यालय में निदेशक के चीफ ऑफ स्टाफ के रूप में काम कर चुकी हैं। उन्हें पब्लिक सर्विस का करीब दस साल का अनुभव है। अपना करियर भी उन्‍होंने अमेरिका के न्याय विभाग में बतौर वकील के रूप में शुरू किया था। वो नागरिक अधिकारों के मामले देखती थीं। इस पद पर रहते हुए उन्‍होंने प्रमुख मामलों को देखा था। अमेरिका में उनकी छव‍ि तेजतर्रार अधिकारी के तौर पर है। उनके कार्मिक प्रबंधन कार्यालय में प्रमुख के तौर पर तैनाती के बाद माना जा रहा है कि वो ट्रंप की कई नीतियों में बदलाव कर सकती हैं। किरण ने जार्जिया यूनिवर्सिटी से पॉलिटिकल साइंस में डिग्री हासिल करने के बाद कानून की डिग्री हासिल की। अमेरिका के मीडिया ने किरण को तेजतर्रार अधिकारी बताया है। 

किरण के जीवन की उपलब्धियों की बात करें तो वो 2003-2008 तक नेशनल एशियन पैसिफिक वीमेंस फोरम (NAPAWF) की फाउंडिंग एग्जीक्‍यूटिव डायरेक्‍टर भी रह चुकी हैं। उन्‍हें 14 दिसंबर 2009 में व्‍हाइट हाउस इनिशिएटिव ऑन एशियन अमेरिकंस एंड पैसिफिक आइसलैंडर्स (AAPI) में एग्जीक्‍यूटिव डायरेक्‍टर बनाया गया था।

किरण के अलावा बाइडन ने व्हाइट हाउस के ऑफिस ऑफ बजट मैनेजमेंट (ओबीएम) के पद के लिए नीरा टंडन के नाम पर अपनी जबरदस्‍त पैरवी भी की है। बाइडन ने उन्‍हें एक सक्षम प्रत्‍याशी बताया है। उनका कहना है कि बजट विभाग का नेतृत्व करने के लिए वो बेहतर उम्‍मीदवार हैं। इतना ही नहीं, उन्‍होंने कहा कि उनका ये चयन पूरी तरह से सही है। हालांकि, इसको सीनेट की मंजूरी न मिलने से इस पर अभी कुछ शंका बनी हुई है। जो सांसद नीरा की इस पद पर उम्‍मीदवारी का विरोध कर रहे हैं उनका कहना है कि नीरा द्वारा इंटरनेट मीडिया पर डाले गए पोस्ट में उनका व्‍यवहार गलत रहा है।

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