मां-बाप ने एडमिशन फॉर्म में नहीं भरा 'जाति' वाला कॉलम, स्कूल ने दाखिला देने से किया इनकार

केरल के एक स्कूल में बच्चे को सिर्फ इस वजह से एडमिशन नहीं दिया गया क्योंकि उसके माता-पिता ने जाति वाला कॉलम नहीं भरा था।

By Ayushi TyagiEdited By: Publish:Sat, 22 Feb 2020 12:46 PM (IST) Updated:Sat, 22 Feb 2020 02:55 PM (IST)
मां-बाप ने एडमिशन फॉर्म में नहीं भरा 'जाति' वाला कॉलम, स्कूल ने दाखिला देने से किया इनकार
मां-बाप ने एडमिशन फॉर्म में नहीं भरा 'जाति' वाला कॉलम, स्कूल ने दाखिला देने से किया इनकार

तिरुवनंतपुरम (केरल) एएनआइ। एक सरकारी सहायता प्राप्त स्कूल ने कथित रूप से एक बच्चे को यह कहते हुए एडमिशन देने से इनकार कर दिया कि उसके माता-पिता ने प्रवेश प्रक्रिया के दौरान जाति और धर्म के कॉलम नहीं भरे थे। इस संदर्भ में शिक्षा विभाग और शिक्षा मंत्री ने मामले की जांच शुरू कर दी है।

ये है पूरा मामला

सेंट मैरी हायर सेकेंडरी स्कूल, पेटोम में अपने बेटे के एडमिशन के लिए नजीम और धन्या ने कहा कि वे अपने बच्चे को बिना किसी धार्मिक सीमा के साथ पालना चाहते हैं। यही वजह है कि उन्होंने धर्म और जाति के कॉलम को नहीं भरा। नजीम और धन्या ने आगे कहा कि 19 फरवरी को, जब हम पहली कक्षा में एडमिशन के लिए अपने बच्चे की प्रवेश प्रक्रियाओं के लिए स्कूल पहुंचे, तो हमसे पूछा गया कि हमने कॉलम क्यों खाली छोड़ दिए हैं। जब हमने उन्हें अपनी बात बताई तो स्कूल प्रबंधन इस बात पर अड़ा था कि अगर हम धर्म का  कॉलम भरते है तभी हमारे बच्चे को एडमिशन दिया जाएगा। 

माता पिता से कहा एप के जरिए होगी प्रक्रिया

बच्चे के माता-पिता ने कहा कि सबसे पहले, हमें बताया गया कि प्रवेश प्रक्रिया सम्पूर्णा नामक एक ऐप के माध्यम से होती है जिसमें स्कूल के अधिकारी कॉलम को खाली नहीं छोड़ सकते हैं। बच्चे की मां ने कहा कि शिक्षा विभाग ने उन्हें बताया है कि कॉलम को खाली छोड़ने के बारे में कोई तकनीकी समस्या नहीं है।

जब हमने इसे स्कूल के अधिकारियों को बताया तो उन्होंने हमें बताया कि यदि वे कॉलम नहीं भरना चाहते हैं तो हम लिखित में एक शपथ पत्र देंगे कि वे बच्चे को एडमिशन देंगे। हम ऐसा नहीं करना चाहते थे इसलिए हमने ऑप्ट-आउट करना चुना। इस पूरे मामले पर स्कूल प्रबंधन ने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि इस तरह का अवांछित विवाद हो रहा है।

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