केरल: गर्भवती को कोरोना के शक में अस्पताल ने भर्ती करने से किया इनकार, जुड़वा बच्चों की पेट में मौत
केरल में कोरोना का आशंका के चलते एक महिला को अस्पताल में भर्ती नहीं करने का मामला सामने आया है। अस्पताल की लापरवाही के चलते महिला ने अपने जुड़वा बच्चों को खो दिया। मामले में राज्य सरकार ने जांच करने के आदेश दिए हैं।
कोझिकोड, एएनआइ। केरल में एक गर्भवती महिला को कोरोना की आशंका से अस्पताल में भर्ती नहीं करने के चलते गर्भ में ही जुड़वा बच्चे की मौत का मामला सामने आया है। अब इस मामले में केरल की स्वास्थ्य मंत्री के के शैलजा ने दुख जताया है। इस घटना को उन्होंने बेहद दर्दनाक बताया है। मंत्री ने स्वास्थ्य सचिव को मामले की रिपोर्ट सौंपने के आदेश दिए हैं। साथ ही कहा कि जिन भी अस्पताल में गर्भवती महिला को भर्ती से इंकार किया है उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
यह मामला केरल के मलप्परुम का है। महिला का आरोप है कि अस्पताल ने कोरोना आशंका के चलते गर्भवती महिला को अस्पताल में एडमिट नहीं किया, जिसके चलते महिला को अपने जुड़वा बच्चों को खोना पड़ा। कोंडोट्टी की रहने वाली 20 वर्षीय महिला को शनिवार को लैबर पैन उठने के बाद तीन अस्पताल में भर्ती करने के लिए ले जाया गया, लेकिन तीनों अस्पताल ने COVID-19 प्रोटोकॉल का हवाला देते एडमिट करने से इंकार कर दिया। अंत में, उसे सरकारी मेडिकल में भर्ती कराया गया। इस दौरान उसे अपने जुड़वा बच्चे के खो दिया।
मेडिकल कॉलेज अस्पताल सूत्रों से मिली जानकारी के मतुाबिक, इस महिला का इलाज गहन देखभाल इकाई (intensive care unit)में किया जा रहा था, उसकी स्थिति काफी गंभीर थी। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, महिला को कोरोना वायरस से ठीक होने के बाद 15 सितंबर को ही अस्पताल से छुट्टी मिल गई थी।
बता दें कि देश मे केरल ही पहला ऐसा राज्य है जहां पर चीन के वुहान से फैले कोरोना वायरस का संक्रमण पहुंचा था। यहां पर आए मामलों के बाद धीरे-धीरे यह वायरस धीरे-धीरे पूरे देश में फैल गया। देश में कोरोना से सबसे पहली मौत कर्नाटक में हुई थी। ताजा स्थिति यह है कि दुनिया में भारत दूसरे नंबर पर संक्रमित देश बन गया है। दुनिया में पहला संक्रमित देश अमेरिका है।