अब केरल के एक चर्च ने लव जिहाद पर प्रकाशित की किताब

डायोसिस के धर्मोपदेश विभाग की तरफ से लव जिहाद पर प्रकाशित 130 पन्नों की किताब में कहा गया है कि लव जिहाद हकीकत है। इसमें समाज की युवतियों को प्रेम जाल में फंसने से बचने के कुछ उपाय भी सुझाए गए हैं।

By Monika MinalEdited By: Publish:Thu, 16 Sep 2021 11:41 PM (IST) Updated:Thu, 16 Sep 2021 11:41 PM (IST)
अब केरल के एक चर्च ने लव जिहाद पर प्रकाशित की किताब
अब केरल के एक चर्च ने लव जिहाद पर प्रकाशित की किताब

कोझिकोड, प्रेट्र।  पाला बिशप जोसफ कल्लरैंगाट के लव व नार्कोटिक जिहाद संबंधी बयान के बाद जारी सियासी घमासान के बीच एक अन्य चर्च डायोसिस की तरफ से प्रकाशित एक किताब को लेकर नया विवाद पैदा हो गया है। इसमें लव जिहाद में ईसाई लड़कियों को फंसाने के नौ चरणों का उल्लेख किया गया है। कई मुस्लिम संगठनों ने सरकार से उसे जब्त करने की मांग की है।

सायरो मालाबार चर्च के अंतर्गत थमारसेरी डायोसिस (धर्म प्रांत) की तरफ से प्रकाशित यह किताब दसवीं और बारहवीं कक्षा के छात्रों के लिए है। डायोसिस के धर्मोपदेश विभाग की तरफ से प्रकाशित 130 पन्नों की इस हैंडबुक में कहा गया है कि लव जिहाद हकीकत है। इसमें समाज की युवतियों को प्रेम जाल में फंसने से बचने के कुछ उपाय भी सुझाए गए हैं। किताब में कैविशम का उल्लेख किया गया है, जो एक प्रकार का जादू-टोना है और कहा गया है कि ईसाई लड़कियों को फंसाने के लिए मौलवी कथित रूप से इसका इस्तेमाल करते हैं।

चर्च के पदाधिकारी जान पल्लीकवयालिल ने बुधवार को एक बयान में कहा, 'यह किताब किसी धर्म के प्रति नफरत या आपत्ति के कारण प्रकाशित नहीं की गई है। इसका उद्देश्य केवल ईसाई युवाओं को जड़ों से जोड़े रखना और समुदाय की लड़कियों को शोषण से बचाना है।'

ईसाई युवतियों के खिलाफ यौन आतंकवाद का आरोप 

डायोसिस की तरफ जारी बयान में राज्य के सांप्रदायिक सौहार्द को बिगाड़ने के प्रयासों पर नजर रखने का आह्वान किया गया है, लेकिन यह भी कहा गया है कि उसे कुछ समय से ईसाई लड़कियों को यौन आतंकवाद का निशाना बनाए जाने की शिकायतें मिल रही हैं। जांच दौरान पाया गया है कि प्रेम विवाह के नाम पर समुदाय की सैकड़ों लड़कियों को यौन उत्पीड़न का शिकार बनाया गया।

पाला बिशप को मिला सांसद गोपी का साथ

अभिनेता व राज्यसभा सदस्य सुरेश गोपी ने पाला बिशप कल्लरैंगाट से मुलाकात की। इसके बाद उन्होंने कहा कि किसी को चिंता करने की जरूरत नहीं है। पाला बिशप ने किसी मत विशेष के खिलाफ कोई बयान नहीं दिया है, न ही उनकी टिप्पणी धार्मिक फसाद पैदा करने वाली है। 

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