COVID-19: कर्नाटक के 85 वर्षीय संक्रमित किसान स्वस्थ, जल संचयन के लिए 16 तालाबों की कर चुके हैं खुदाई

संक्रमित 85 साल के बुजुर्ग किसान कामेगौड़ा अब स्वस्थ हो गए हैं। जल संचयन के लिए उन्होंने 16 तालाबों की खुदाई की थी जिसके लिए पीएम नरेंद्र मोदी ने तारीफ की थी

By Monika MinalEdited By: Publish:Tue, 04 Aug 2020 02:22 PM (IST) Updated:Tue, 04 Aug 2020 02:22 PM (IST)
COVID-19: कर्नाटक के 85 वर्षीय संक्रमित किसान स्वस्थ, जल संचयन के लिए 16 तालाबों की कर चुके हैं खुदाई
COVID-19: कर्नाटक के 85 वर्षीय संक्रमित किसान स्वस्थ, जल संचयन के लिए 16 तालाबों की कर चुके हैं खुदाई

मांड्या, आइएएनएस। संक्रमित 85 साल के बुजुर्ग किसान कामेगौड़ा अब स्वस्थ हो गए हैं। जल संरक्षण के लिए 16 तालाबों को खोदने का काम करने वाले कामेगौड़ा वही किसान हैं जिनकी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रेडियो कार्यक्रम 'मन की बात' में तारीफ की थी। 14 दिनों में घातक नॉवेल कोरोना वायरस के चंगुल से निकलने में सफल रहे कामेगौड़ा अपने डासनडोड्डी स्थित गांव में वापस आ गए। सोमवार शाम को अस्पताल से डिस्चार्ज होने पर जिला प्रशासन ने उन्हें गाजे-बाजे के साथ विदाई दी।

बेंगलुरु से दक्षिण पश्चिम में 100 किमी की दूरी पर मांड्या स्थित है। 21 जुलाई को संक्रमण की पुष्टि होने के बाद कामेगौड़ा अस्पताल में भर्ती होने से इनकार कर रहे थे क्योंकि एलोपैथ की दवा का वे विरोध करते हैं। इसके अलावा उनका दायां पैर भी जख्मी है। मांड्या स्थित गांव से उन्हें अस्पताल लाने के लिए जब एंबुलेंस पहुंची तब भी वे तैयार नहीं थे। उन्हें काफी समझाया गया तब कहीं जाकर वे माने। उनसे कहा गया कि घर पर रहेंगे तो उनके परिवार के और लोग भी संक्रमित हो जाएंगे।

अस्पताल से छुट्टी मिलने के वक्त अस्पताल के स्टाफ के साथ मांड्या के डिप्टी कमिश्नर एम वी वेंकटेश व जिला स्वास्थ्य अधिकारी एचपी माचेगौड़ा भी मौजूद थे। इसके अलावा वहां अस्पताल के सुपरिटेंडेंट जी शिवकुमार और मांड्या इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज के प्रिंसिपल के एम शिवकुमार भी थे। डिप्टी कमिशनर ने कहा, 'पूरी तरह स्वस्थ होकर अस्पताल से डिस्चार्ज किए जा रहे कामेगौडा को देख काफी हर्ष हो रहा है, अस्पताल के स्टाफ को विशेष तौर पर शुक्रिया।' 28 जून को 'मन की बात' कार्यक्रम में प्रधानमंत्री मोदी ने कामेगौड़ा की तारीफ करते हुए कहा था कि पर्यावरण के लिए बारिश की पानी का संचयन काफी अहम है जो 80 साल से अधिक उम्र के कामेगौड़ा कर्नाटक में करते आ रहे। कामेगौड़ा ने कठिन मेहनत से 16 तालाबों की खुदाई की थी। वे साधारण किसान हैं लेकिन उनका व्यक्तित्व खास है। उन्होंने जो काम किया वह उन्हें दूसरों से अलग करता है। इस उम्र में कामेगौड़ा पशुओं को चराने जाते हैं गांवों में तालाब की खुदाई की।

chat bot
आपका साथी