दीनदयाल उपाध्याय की जयंती पर अमित शाह, जेपी नड्डा और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह सहित इन मंत्रियों ने अर्पित की श्रद्धांजलि

पड़ित दीनदयाल उपाध्याय की जयंती पर गृह मंत्री अमित शाह अध्यक्ष जेपी नड्डा रक्षा मंत्री राजनाथ सिह सहित कई मंत्रियों ने दी श्रद्धांजलि अर्पित की। भारतीय जनसंघ के संस्थापक सदस्य दीनदयाल उपाध्याय का जन्म 25 सितंबर 1916 को मथुरा में हुआ था।

By Pooja SinghEdited By: Publish:Fri, 25 Sep 2020 11:32 AM (IST) Updated:Fri, 25 Sep 2020 02:09 PM (IST)
दीनदयाल उपाध्याय की जयंती पर अमित शाह, जेपी नड्डा और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह सहित इन मंत्रियों ने अर्पित की श्रद्धांजलि
दीनदयाल उपाध्याय की जयंती पर अमित शाह, जेपी नड्डा सहित कई मंत्रियों दी श्रद्धांजलि।

नई दिल्ली, एएनआइ। पड़ित दीनदयाल उपाध्याय की जयंती पर गृह मंत्री अमित शाह, अध्यक्ष जेपी, नड्डा, रक्षा मंत्री राजनाथ सिह सहित कई मंत्रियों ने दी श्रद्धांजलि अर्पित की। भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावेड़कर और डॉक्टर हर्षवर्धन ने पंडित दीनदयाल उपाध्याय की जयंती पर दिल्ली कार्यालय पर श्रद्धांजलि अर्पित की। इस मौके पर मंत्रियों ने श्यामा प्रसाद मुखर्जी  को श्रद्धांजलि अर्पित की। बता दें कि भारतीय जनसंघ के संस्थापक सदस्य दीनदयाल उपाध्याय का जन्म 25 सितंबर 1916 को मथुरा में हुआ था। 

शिवराज सिंह चौहान ने भी अर्पित की श्रद्धांजलि 

इसके साथ ही आज मध्य प्रदेश में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान नभी दीनदयाल उपाध्याय की जयंती पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। 

बता दें कि आज भारतीय जनसंघ के संस्थापक सदस्य दीनदयाल उपाध्याय की जयंती है। बहुत ही कम उम्र में उनके माता-पिता का देहांत हो गया था। इन मुश्किल हालात में उन्होंने कॉलेज की पढ़ाई पूरी की और इसी दौरान 1937 में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़े। जब श्यामाप्रसाद मुखर्जी ने संघ की मदद से भारतीय जनसंघ बनाया तो संघ ने संगठन का काम देखने उपाध्याय को राजनीति में भेजा। 15 साल जनसंघ के महामंत्री रहते हुए उन्होंने पार्टी की जड़ें मजबूत कीं। विचारधारा को आगे बढ़ाया और जन-जन तक पहुंचाने में अहम भूमिका निभाई।

मौत का रहस्य अभी तक बना हुआ है

1967 में उपाध्याय ने पार्टी के अध्यक्ष के तौर पर कामकाज संभाला। हालांकि, 11 फरवरी 1968 को रहस्यमयी परिस्थितियों में मुगलसराय रेलवे स्टेशन के पास उनका मृत शरीर मिला था। उनकी मृत्यु का कारण आज भी एक रहस्य बना हुआ है।

बता दें कि वर्ष  2014 में पंडित दीनदयाल उपाध्याय की जयंती, 25 सितंबर को अंत्योदय दिवस (Antyodaya Diwas) घोषित किया गया था। कोरोना संकट के समय में मंत्रालय  सभी राज्यों व केंद्र शासित प्रदेशों, परियोजना लागू करने वाली एजेंसियों, ग्रामीण युवकों और रोजगार देने वालों  के साथ मिलकर वर्चुअली इस पावन मौके को मना रहा है।  

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