भारत में जॉनसन एंड जॉनसन की वैक्सीन के उत्पादन पर विचार, देश को जल्द मिलेगा एक और टीका !
अमेरिका जॉनसन एंड जॉनसन का कोविड-19 टीका भारत में संयुक्त रूप से उत्पादित करने और सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (एसआईआई) जैसे विनिर्माताओं को उत्पादन बढ़ाने में मदद करने के उपायों पर विचार कर रहा है। इसको लेकर जल्द फैसला लिया जा सकता है।
नई दिल्ली, प्रेट्र। अमेरिका जॉनसन एंड जॉनसन की कोरोना वैक्सीन का भारत में संयुक्त उत्पादन करने और सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (एसआइआइ) जैसे विनिर्माताओं को उत्पादन बढ़ाने में मदद पर विचार कर रहा है। अमेरिकी दूतावास के चार्ज डीअफेयर्स डेनियल बी स्मिथ ने मंगलवार को यह बात कही।स्मिथ ने कहा कि अमेरिका भारत में महामारी की मौजूदा स्थिति को लेकर चिंतित है।
बाइडन प्रशासन इस संकट से निपटने के लिए भारत के साथ पूरी मुस्तैदी से खड़ा है।हाल में कार्यवाहक विदेश मंत्री और कार्यवाहक उप-विदेश मंत्री रहे स्मिथ को भारत में अमेरिकी दूतावास में चार्ज डीअफेयर्स नियुक्त किया गया है। एक सवाल पर उन्होंने कहा कि संयुक्त उत्पादन स्थापित करने में समय लगता है।
अमेरिका इस बात पर गौर कर रहा है कि वह उत्पादन बढ़ाने के लिए कैसे निवेश कर सकता है और कैसे भारत में जॉनसन एंड जॉनसन के टीके के उत्पादन में मदद मिल सकती है। स्मिथ ने अमेरिका के बाल्टीमोर में उत्पादित किए जा रहे एस्ट्राजेनेका के टीके को लेकर भी बात की। उन्होंने कहा, 'एस्ट्राजेनका के टीके का उत्पादन बाल्टीमोर के बाहरी हिस्से में स्थित संयंत्र में हो रहा है। लेकिन इस संयंत्र के साथ समस्या है। अब तक अमेरिका के फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन (एफडीए) ने प्रमाणित नहीं किया है कि ये टीके किसी के उपयोग और निर्यात के लिए उपलब्ध हैं या नहीं।'
भारत से बातचीत कर रही फाइजर
दुनिया की सबसे कारगर वैक्सीन बनाने वाली कंपनी फाइजर(Pfizer) भारत के संपर्क में है। भारत में अपनी कोरोना वैक्सीन को मंजूरी दिलाने के लिए वह फिलहाल बातचीत कर रही है। फाइजर(Pfizer) अमेरिकी वैक्सीन निर्माता कंपनी है जो अब भारत आ सकती है। कई एक्सपर्ट ने इस टीके को कोरोना संक्रमण के खिलाफ सबसे कारगर माना है। इस टीके ने अपने सभी ट्रायलों में कोरोना संक्रमण के खिलाफ 92 प्रतिशत से 95 प्रतिशत तक की क्षमता दिखाई थी। वैक्सीन का नाम BNT162b2 है, जिसे विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने भी असरदार और सुरक्षित कोरोना वैक्सीन की सूची मे शामिल किया है।
अगले कुछ महीनों में विश्वस्तर की कई कोरोना वैक्सीन भारत में काफी सस्ते दामों पर उपलब्ध हो सकती हैं। इससे भारत में कम समय में टीकाकरण अभियान पूरा करने के साथ ही देश के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) को बचाने में मदद मिलेगी। वैक्सीन उत्पादन के लिए बौद्धिक संपदा अधिकार में छूट देने को लेकर भारत का प्रयास रंग लाता दिख रहा है। हालांकि यह सब जून के बाद ही संभव हो सकता है।