गैरकानूनी तरीके से रहने के आरोप में जापानी छात्र को भेजा गया डिटेंशन सेंटर, चोरी के भी हैं इल्जाम
इस मामले को लेकर फॉरेन रीजनल रजिस्ट्रेशन ऑफिस (FRRO) ने बताया कि तनाका का वीजा एग्जिट परमिट को आगे बढ़ाने से इंकार किया है। उसने दावा किया था कि उसके पास वापस जापान जाने तक के पैसे नहीं है।
बेंगलुरू, आइएएनएस। भारत में एक जापानी छात्र को डिटेंशन सेंटर में रखा गया है। उस पर आरोप है कि वीजा अवधि खत्म होने के बाद भी वो बेंगलुरू में रह रहा था। इसी के चलते जापानी छात्र हीरोतोशी तनाका को डिटेंशन सेंटर भेज दिया गया है। छात्र की उम्र 31 साल की बताई जा रही है। मार्च 2020 में उसके वीजा की अवधि खत्म हो गई थी, इसके बावजूद वह यहां गैरकानूनी तरीके से रह रहा था। छात्र का एग्जिट वीजा परमिट 28 जनवरी 2021 तक का था।
इस मामले को लेकर फॉरेन रीजनल रजिस्ट्रेशन ऑफिस (FRRO) ने बताया कि तनाका का वीजा एग्जिट परमिट को आगे बढ़ाने से इंकार किया है। उसने दावा किया था कि उसके पास वापस जापान जाने तक के पैसे नहीं है। वहीं, बेंगलुरू पुलिस ने जापानी वाणिज्य दूतावास से संपर्क कर उसकी मदद के लिए कहा है।
जनवरी 2019 में आया था इंगलिश सीखने
बता दें कि जनवरी 2019 में तनाका बेंगलुरु के एक इंस्टीट्यूट में इंगलिश सीखने आया था। यहां इंस्टीट्यूट सेंटर्स के प्रिंसिपल के साथ उसकी मारपीट हो गई थी और जिसके बाद इसे जेल भेज दिया गया था और फिर बाद में क्लास जाना भी बंद कर दिया था।
जमानत में जेल से बाहर आने के बाद फॉरेन रीजनल रजिस्ट्रेशन ऑफिस (FRRO) ने उसे वापस देश जाने की अनुमति दी थी। हालांकि उसी बीच जापानी छात्र ने चोरी और छोटे-मोटे अपराध करने लगा। पुलिस ने बताया कि हमने जापानी वाणिज्य दूतावास को इस पूरे मामले से अवगत करा दिया है।