आज कुवैत की तीन दिवसीय दौरे पर रवाना होंगे विदेश मंत्री जयशंकर, साथ में पीएम मोदी का पत्र भी ले जाएंगे

विदेश मंत्री एस जयशंकर आज तीन दिन के कुवैत दौरे पर रवाना होने वाले हैं। केंद्रीय मंत्री के रूप में देश की उनकी पहली यात्रा है। वह कुवैत के अमीर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का एक निजी पत्र भी लेकर जाएंगे।

By TaniskEdited By: Publish:Wed, 09 Jun 2021 08:12 AM (IST) Updated:Wed, 09 Jun 2021 08:12 AM (IST)
आज कुवैत की तीन दिवसीय दौरे पर रवाना होंगे विदेश मंत्री जयशंकर, साथ में पीएम मोदी का पत्र भी ले जाएंगे
कुवैत दौरे पर जाएंगे विदेश मंत्री एस जयशंकर ।

नई दिल्ली, एजेंसिया। विदेश मंत्री एस जयशंकर आज तीन दिन के कुवैत दौरे पर रवाना होने वाले हैं। केंद्रीय मंत्री के रूप में देश की उनकी पहली यात्रा है। विदेश मंत्रालय ने एक विज्ञप्ति में कहा है कि विदेश मंत्री कुवैत के विदेश मंत्री और कैबिनेट मामलों के राज्य मंत्री शेख अहमद नासिर अल-मोहम्मद अल-सबाह के निमंत्रण पर यह यात्रा कर रहे हैं। यात्रा के दौरान वह उच्च स्तरीय बैठकें करेंगे और भारतीय समुदाय को भी संबोधित करेंगे। वह कुवैत के अमीर को लिखा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का एक निजी पत्र भी लेकर जाएंगे।

विदेश मंत्रालय ने कहा कि वर्ष 2021-22 में भारत और कुवैत के बीच राजनयिक संबंधों के 60 साल पूरे हो रहे हैं। भारत और कुवैत के बीच परंपरागत रूप से घनिष्ठ द्विपक्षीय संबंध लोगों से लोगों के बीच मजबूत जुड़ाव की विशेषता है। कुवैत में करीब दस लाख भारतीय रहते हैं। भारत उसका सबसे बड़े व्यापारिक भागीदारों में से एक है और वह हमारे लिए तेल का एक प्रमुख आपूर्तिकर्ता है। 

हाल के सप्ताहों में, भारत में कोरोना की दूसरी लहर से लड़ने में मदद करने के लिए, कुवैत सरकार ने एक एयर / सी ब्रिज की बनाई और भारत को लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन की निरंतर और विश्वसनीय आपूर्ति सुनिश्चित की। इससे पहले, देश के विदेश मंत्री और कैबिनेट मामलों के राज्य मंत्री शेख अहमद नासिर अल-मोहम्मद अल-सबाह ने 17-18 मार्च को भारत का दौरा किया। यात्रा के दौरान दोनों देश विदेश मंत्रियों के स्तर पर एक संयुक्त आयोग स्थापित करने पर सहमत हुए थे।

बता दें कि विदेश मंत्री जयशंकर शनिवार को केन्या की तीन दिवसीय यात्रा पर जाएंगे। 12 से 14 जून तक उनकी यात्रा की घोषणा करते हुए, विदेश मंत्रालय ने मंगलवार को कहा कि मंत्री और उनके केन्याई समकक्ष भारत-केन्या संयुक्त आयोग की तीसरी बैठक की अध्यक्षता करेंगे। इस दौरान द्विपक्षीय संबंधों के सभी पहलुओं की समीक्षा होगी। अफ्रीकी महाद्वीप में केन्या भारत के लिए एक प्रमुख भागीदार देश है। मंत्रालय ने कहा कि भारत-केन्या संयुक्त आयोग की पिछली बैठक मार्च 2019 में दिल्ली में हुई थी।

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