PSLV-C34 के प्रक्षेपण के लिए उल्टी गिनती शुरू, 22 जून को होगा लांच

22 जून को इसरो द्वारा लांच किए जाने वाले पीएसएलवी-सी 34 के प्रक्षेपण के लिए काउंटडाउन आज से शुरू हो गया है।

By kishor joshiEdited By: Publish:Mon, 20 Jun 2016 10:25 AM (IST) Updated:Mon, 20 Jun 2016 11:54 AM (IST)
PSLV-C34 के प्रक्षेपण के लिए उल्टी गिनती शुरू,  22 जून को होगा लांच

श्रीहरिकोटा, आंध्र प्रदेश (जेएनएन)। अंतरिक्ष में भारत के सफर में एक नया अध्याय जोड़ने वाले अंतरिक्ष यान पीएसएलवी-सी34 के प्रक्षेपण के लिए 48 घंटे की उल्टी गिनती आज शुरू हो गई है। 22 जून को सुबह 9.26 मिनट पर श्रीहरिकोटा स्थित सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से एकल मिशन में रिकार्ड 20 उपग्रहों के प्रक्षेपण के लिए पोलर सैटेलाइट लांच व्हीकल पीएसएलवी-सी34 का इस्तेमाल किया जाएगा।

इनमें भारत का भू सर्वेक्षण अंतरिक्ष यान कार्टोसैट-2 शामिल है। इनमें तीन स्वदेशी तथा 17 विदेशी उपग्रह हैं जिनका कुल वजन 1288 किलोग्राम के करीब है। सबसे प्रमुख कार्टोसैट-2 है जिसका वजन 727.5 किलोग्राम है। यह पृथ्वी के निरीक्षण में इस्तेमाल किया जाने वाला उपग्रह है।

पढ़ें- 22 जून को इतिहास रचेगा इसरो, रिकॉर्ड 20 सेटेलाइट एक साथ करेंगा लॉन्च

इसरो के अनुसार, कार्टोसैट-2 के अलावा 19 अन्य उपग्रहों का कुल वजन 560 किलोग्राम है। इनमें दो उपग्रह भारतीय विश्वविद्यालयों/शिक्षण संस्थानों के है जबकि 17 अन्य अमेरिका, कनाडा, जर्मनी तथा इंडोनेशिया के हैं। इन उपग्रहों को 505 किलोमीटर की ऊँचाई वाले सूर्य के साथ समचालित (सिंक्रोनस) कक्षा में स्थापित किया जायेगा।

साल 2008 में भेजे थे 10 उपग्रह

इससे पहले इसरो ने 2008 में एक मिशन के तहत कक्षा में 10 उपग्रह भेजे थे। इसरो ने कहा कि पीएसएलवी-सी 34 पर ले जाए जाने वाले सभी 20 उपग्रहों का वजन तकरीबन 1288 किलोग्राम है। साथ भेजे जाने वाले उपग्रहों में अमेरिका, कनाडा, जर्मनी और इंडोनेशिया के उपग्रहों के साथ-साथ भारतीय विश्वविद्यालयों के भी दो उपग्रह शामिल हैं। 20 उपग्रह एक साथ छोड़कर इसरो अंतरिक्षण प्रक्षेपण में अपनी दक्षता का एक और प्रमाण देने के काफी करीब है।

chat bot
आपका साथी