INX Media Case Updates: आइएनएक्स मीडिया मामले में चिदंबरम ने मांगे सारे दस्तावेज

आइएनएक्स मीडिया डील के मनी लांड्रिंग मामले में आरोपित पी.चिदंबरम ने ईडी)की तरफ से दाखिल आरोप पत्र समेत अन्य दस्तावेज उपलब्ध कराने की मांग की है। दाखिल आवेदन में कहा गया है कि ईडी रिकार्ड पेज की नंब¨रग की विसंगतियों को ठीक करे और लापता दस्तावेज को उपलब्ध कराए।

By Pooja SinghEdited By: Publish:Sun, 25 Jul 2021 12:28 AM (IST) Updated:Sun, 25 Jul 2021 12:28 AM (IST)
INX Media Case Updates: आइएनएक्स मीडिया मामले में चिदंबरम ने मांगे सारे दस्तावेज
आइएनएक्स मीडिया मामले में चिदंबरम ने मांगे सारे दस्तावेज

जासं, नई दिल्ली। आइएनएक्स मीडिया डील के मनी लांड्रिंग मामले में आरोपित पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की तरफ से दाखिल आरोप पत्र समेत अन्य दस्तावेज उपलब्ध कराने की मांग की है। इस पर राउज एवेन्यू स्थित विशेष अदालत के न्यायाधीश एमके नागपाल ने ईडी को नोटिस जारी कर नौ अगस्त तक जवाब दाखिल करने को कहा है।

चिदंबरम की तरफ से दाखिल आवेदन में कहा गया है कि ईडी रिकार्ड पेज की नंब¨रग की विसंगतियों को ठीक करे और लापता दस्तावेज को उपलब्ध कराए। आरोप है कि चिदंबरम के वित्त मंत्री रहने के दौरान वर्ष 2007 में 305 करोड़ रुपये के विदेशी धन प्राप्त करने के लिए आइएनएक्स मीडिया समूह को विदेशी निवेश संवर्धन बोर्ड (एफआइपीबी) की मंजूरी में अनियमितता की गई थी। इससे जुड़े मनी लांड्रिंग मामले की जांच प्रवर्तन निदेशालय कर रहा है।

बता दें कि पिछले दिनों पूर्व केंद्रीय वित्त मंत्री पी.चिदंबरम ने कोरोना महामारी के दौरान केंद्र सरकार की केंद्रीकृत व्यवस्था की आलोचना की थी। उन्होंने कहा था कि सत्ता के केंद्रीकरण का असर वैक्सीनेशन कार्यक्रम पर हुआ है। राजस्थान विधानसभा में  'वैश्विक महामारी और लोकतंत्र की चुनौतियां' विषय पर सेमीनार में बोलते हुए चिदंबरम ने कहा था क दो घरेलू वैक्सीन उत्पादकों के हितों की रक्षा की कोशिश की गई, लेकिन किसी विदेशी वैक्सीन को खरीदने का प्रयास नहीं किया गया।

राष्ट्रमंडल संसदीय संघ की ओर से आयोजित सेमीनार में उन्होंने कहा था कि दुनिया के कई देशों ने विदेशी वैक्सीन खरीदी, लेकिन भारत में ऐसा नहीं हो सका। कई देशों ने तो दोगुनी और तीनगुनी मात्रा में वैक्सीन खरीद ली। उन्होंने सवाल किया था कि महामारी के दौर में क्या सरकार गरीबों और वंचितों के जीवन की रक्षा कर सकी है। उनके उत्थान के लिए क्या कदम उठाए जा रहे हैं । इस बारे में विचार करना होगा । उन्होंने कहा कि देश में अब तक 40 लाख 62 हजार 394 मौत हो चुकी है । सबसे डरावनी बात यह है कि इसके बारे में किसी को पता नहीं है कि यह महामारी कब खत्म होगी ।

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