अंतरराष्ट्रीय सोलर अलायंस की चौथी आमसभा शुरू, ऊर्जा मंत्री आरके सिंह करेंगे अध्यक्षता
केंद्र सरकार की तरफ से दी गई जानकारी के मुताबिक इस साल के एजेंडा में सौर ऊर्जा के विस्तार के लिए आवश्यक फंडिंग का इंतजाम महत्वपूर्ण है। वर्ष 2030 तक एक लाख करोड़ डालर की जरूरत है ।
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। अंतरराष्ट्रीय सोलर अलायंस (आइएसए) की चौथी आमसभा की शुरुआत सोमवार को हुई। इस सप्ताह गुरुवार तक चलने वाली इस सभा की अध्यक्षता भारत के बिजली और गैर-पारंपरिक ऊर्जा मंत्री आरके सिंह करेंगे। पर्यावरण पर अमेरिकी राष्ट्रपति के विशेष प्रतिनिधि जान कैरी भी 20 अक्टूबर को इस सभा को संबोधित करेंगे।
सरकार की तरफ से दी गई जानकारी के मुताबिक इस साल के एजेंडा में सौर ऊर्जा के विस्तार के लिए आवश्यक फंडिंग का इंतजाम महत्वपूर्ण है। वर्ष 2030 तक एक लाख करोड़ डालर की जरूरत है। इसका उपयोग गरीब देशों में सोलर ऊर्जा के विस्तार में निवेश के लिए किया जाएगा। इसके अलावा कृषि क्षेत्र में किस तरह से सोलर ऊर्जा का इस्तेमाल बढ़ाया जाए, इसको लेकर भी सदस्य देशों के बीच चर्चा होगी। सदस्य देशों के बीच सोलर ऊर्जा से संचालित 10 लाख कृषि मोटर पंपों का वितरण होना है।
आमसभा की इस बैठक में आइएसए के सभी सदस्य वर्चुअल तरीके से हिस्सा लेंगे। हर वर्ष इसकी मंत्रीस्तरीय बैठक होती है जिसमें अगले एक साल के साथ ही दीर्घकालिक एजेंडे पर भी चर्चा होती है।
भारत ने संयुक्त राष्ट्र में पेश किया मसौदा प्रस्ताव
वहीं, दूसरी ओर अंतरराष्ट्रीय सौर गठबंधन (ISA) को मील का पत्थर बताते हुए भारत ने संयुक्त राष्ट्र महासभा में इसे पर्यवेक्षक का दर्जा देने के लिए मसौदा प्रस्ताव पेश किया है। इससे जहां आइएसए व संयुक्त राष्ट्र के बीच नियमित सहयोग में मदद मिलेगी, वहीं वैश्विक ऊर्जा के विकास में भी यह लाभदायक साबित होगा। संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतिनिधि टीएस तिरुमूर्ति ने शुक्रवार को कहा कि भारत व फ्रांस की ओर से आइएसए को पर्यवेक्षक का दर्जा देने के लिए मसौदा प्रस्ताव पेश कर सम्मानित महसूस कर रहा हूं।