देश में कोरोना संक्रमण के चलते इंडिगो व गोएयर को विमानों के इंजन बदलने के लिए मिली मोहलत

नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने सोमवार को निजी एयरलाइंस इंडिगो और गोएयर को बड़ी राहत प्रदान की है।

By Bhupendra SinghEdited By: Publish:Mon, 01 Jun 2020 06:17 PM (IST) Updated:Mon, 01 Jun 2020 06:17 PM (IST)
देश में कोरोना संक्रमण के चलते इंडिगो व गोएयर को विमानों के इंजन बदलने के लिए मिली मोहलत
देश में कोरोना संक्रमण के चलते इंडिगो व गोएयर को विमानों के इंजन बदलने के लिए मिली मोहलत

नई दिल्ली, प्रेट्र। नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने सोमवार को निजी एयरलाइंस इंडिगो और गोएयर को बड़ी राहत प्रदान की है। विमानन नियामक ने कोरोना संक्रमण के कारण आपूर्ति श्रृंखला प्रभावित होने के पहलू पर गौर करते हुए दोनों एयरलाइंस के ए320 नियो विमानों में लगे 60 अपरिवर्तित प्रैट एवं व्हिटनी (पीडब्ल्यू) इंजनों को बदलने की आखिरी तिथि 31 मई से बढ़ाकर 31 अगस्त कर दी है। हालांकि, इस दौरान दोनों विमानन कंपनियां केवल उन्हीं विमानों का परिचालन कर पाएंगी, जिनमें मोडीफाइड पीडब्ल्यू इंजन लगे हों।

कोविड-19 का असर विमानों के इंजन बदलने के काम पर भी पड़ा

डीजीसीए ने कहा, 'दोनों कंपनियों के पास अब भी कुल 60 ऐसे इंजन हैं, जिन्हें पूर्व में दिए गए निर्देश के तहत बदला जाना है। कोविड-19 के कारण जारी लॉकडाउन में आपूर्ति श्रृंखला प्रभावित हुई और इसका असर विमानों के इंजन बदलने के काम पर भी पड़ा है।

डीजीसीए ने दिए पीडब्ल्यू इंजनों को बदलने के निर्देश

गौरतलब है कि अक्टूबर 2019 में इंडिगो के एयरबस ए320 नियो विमानों में उड़ान के दौरान इंजन बंद होने की घटनाएं सामने आई थीं। ये घटनाएं पीडब्ल्यू इंजनों के तीसरे चरण के एलपीटी (लो प्रेशर टर्बाइन) ब्लेडों के काम न करने की वजह से हुई थीं। इसे देखते हुए डीजीसीए ने पीडब्ल्यू इंजनों को बदलने के निर्देश दिए थे और इसकी अंतिम तिथि 13 जनवरी 2020 तय की थी। बाद में इसे बढ़ाकर 31 मई कर दिया था।

जहां तक संभव होविमान में बीच की सीट खाली रखें एयरलाइंस : डीजीसीए

उड्डयन क्षेत्र के नियामक नागर विमानन महानिदेशालय (डीडीसीए) ने एयरलाइंस से कहा है कि कोरोना काल में शारीरिक दूरी के नियम को ध्यान में रखते हुए जहां तक संभव हो हर पंक्ति में बीच की सीट खाली रखी जाए। डीजीसीए ने एयरलाइंस को दिए अपने आदेश में कहा है कि यदि यात्रियों की भीड़ ज्यादा होने पर बीच की सीट पर उन्हें बिठाना भी पड़े तो सुरक्षा के लिए उन्हें कपड़ा मंत्रालय द्वारा स्वीकृत मानक वाले कपड़े से बना गाउन, फेस शील्ड और तीन पर्त वाला मास्क उपलब्ध कराया जाए।

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