Indian Railways: सौर ऊर्जा से चलेगी भारतीय रेल, दो अरब यात्री कर सकेंगे इन ट्रेनों में सफर

अध्ययन में कहा गया है कि भारतीय रेलवे को वर्ष 2030 तक शून्य कार्बन उत्सर्जक बनाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा तय लक्ष्य को पूरा करने में विद्युतीकरण ऊर्जा दक्षता व नवीकरणीय ऊर्जा के मिश्रण की आवश्यकता होगी।

By Manish PandeyEdited By: Publish:Thu, 02 Sep 2021 10:46 AM (IST) Updated:Thu, 02 Sep 2021 10:46 AM (IST)
Indian Railways: सौर ऊर्जा से चलेगी भारतीय रेल, दो अरब यात्री कर सकेंगे इन ट्रेनों में सफर
सालाना लगभग 70 लाख टन कार्बन उत्सर्जन में कमी आएगी।

नई दिल्ली, प्रेट्र। भारतीय रेलवे अब जल्द ही सौर ऊर्जा से चलती हुई नजर आएंगी। सौर ऊर्जा की सीधी आपूर्ति से दो अरब यात्री इस प्रणाली से चलने वाली ट्रेनों में यात्रा कर पाएंगे, जबकि सालाना लगभग 70 लाख टन कार्बन उत्सर्जन में कमी आएगी। गैर सरकारी संगठन (एनजीओ) क्लाइमेट ट्रेंड्स व ब्रिटेन के हरित प्रौद्योगिकी स्टार्टअप राइडिंग सनबीम्स के अध्ययन में कहा गया है कि ग्रिड के माध्यम से जुड़े बिना भारतीय रेलवे लाइनों को सौर ऊर्जा की सीधी आपूíत औसतन चार में से एक ट्रेन को प्रतिस्पर्धी दरों पर ऊर्जा प्रदान करेगी।

अध्ययन के मुताबिक, 'भारतीय रेलवे की वर्ष 2019-20 की वार्षिक रिपोर्ट के अनुसार उस अवधि में आठ अरब से अधिक यात्रियों की आवाजाही हुई। इसका अर्थ यह हुआ कि दो अरब लोग सीधे सौर ऊर्जा से चलने वाली ट्रेनों में यात्रा कर सकते हैं।' अध्ययन में कहा गया है कि भारतीय रेलवे को वर्ष 2030 तक शून्य कार्बन उत्सर्जक बनाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा तय लक्ष्य को पूरा करने में विद्युतीकरण, ऊर्जा दक्षता व नवीकरणीय ऊर्जा के मिश्रण की आवश्यकता होगी।

नए विश्लेषण में इस बात पर प्रकाश डाला गया है कि इस नई सौर क्षमता का लगभग एक चौथाई यानी 5,272 मेगावाट तक रेलवे की ओवरहेड लाइनों में फीड किया जा सकता है। इससे ऊर्जा का नुकसान रोकने और रेलवे के लिए धन की बचत में भी मदद मिलेगी। शोधकर्ताओं ने पाया कि कोयले पर आश्रित ग्रिड से आपूíत की गई ऊर्जा के बजाए सौर उर्जा की आपूर्ति से हर साल 68 लाख टन कार्बन डाइआक्साइड के उत्सर्जन में कटौती हो सकती है।

रिपोर्ट के सह-लेखक और राइडिंग सनबीम्स के संस्थापक लियो मरे ने कहा, 'अभी भारत पर्यावरण के दो महत्वपूर्ण मोर्च पर दुनिया का नेतृत्व कर रहा है। इनमें रेल विद्युतीकरण और सौर ऊर्जा को अपनाया जाना शामिल हैं। हमारे विश्लेषण से पता चलता है कि भारतीय रेलवे में इन दोनों महत्वपूर्ण क्षेत्रों को कार्बन तकनीकों के साथ जोड़ने से भारत को कोविड-19 महामारी से आíथक सुधार और पर्यावरण संकट से निपटने के लिए जीवाश्म ईंधन को बंद करने के प्रयासों में बढ़ावा मिल सकता है।'

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