Indian Railways: चलती ट्रेन में चढ़ने की कोशिश में महिला का फिसला पैर, देखिए कैसे RPF के कांस्टेबल ने बचाई जान
महिला चलती ट्रेन में चढ़ने की कोशिश करती है तो उसका संतुलन बिगड़ जाता है और वह फिसल कर गिर जाती है। महिला का आधा शरीर ट्रेन में और आधा शरीर प्लेटफार्म के बीच होता है तभी वहां से गुजर रहे आरपीएफ कांस्टेबल की नजर पड़ जाती है।
हैदराबाद, एएनआइ। चलती ट्रेन में चढ़ने या उतरने की कोशिश जानलेवा हो सकता है। इस बारे में रेलवे द्वारा बार-बार दी जाने वाली यह चेतावनी लोग भूल जाते हैं। इस लापरवाही के कारण लोगों को जान देकर चुकानी पड़ती है। तेलंगाना में रेलवे सुरक्षा बल (RPF) के एक कांस्टेबल ने शनिवार को सिकंदराबाद में एक महिला को चलती ट्रेन के नीचे गिरने से बचाया।
दरअसल, जब यह हादसा हुआ तो महिला से करीब दो मीटर की दूरी पर कांस्टेबल खड़ा था। जब महिला चलती ट्रेन में चढ़ने की कोशिश करती है, तो उसका संतुलन बिगड़ जाता है और वह फिसल कर गिर जाती है। इस दौरान महिला का आधा शरीर ट्रेन में और आधा शरीर प्लेटफार्म के बीच होता है, तभी वहां से गुजर रहे रेलवे प्रोटेक्शन फोर्स (आरपीएफ) कांस्टेबल की नजर पड़ जाती है। झट से कांस्टेबल ने महिला का हाथ पकड़ा और प्लेटफॉर्म की ओर खींच लिया। इस दौरान गार्ड इंजन की ओर भागते हुए ट्रेन को रुकवाता है तो कुछ और लोग वहां मदद के लिए दौड़ते हैं। गनीमत रही कि महिला की जान बच गई। अब यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
#WATCH | Telangana: A constable of Railway Protection Force (RPF) saved a woman from falling under moving train in Secunderabad. (30.07) pic.twitter.com/evlanew8op
यह घटना सिकदंराबाद के प्लेटफॉर्म पर लगे सीसीटीवी में कैद हो गई है। लोग जानते हैं कि चलती ट्रेन में चढ़ना जानलेवा हो सकता है, इसके बावजूद लोग ऐसा करते हैं। सीसीटीवी में में दिख रहा है कि एक महिला इंजन की दिशा से भागती हुई आती है और रवाना हो चुकी ट्रेन के पहले डिब्बे में चढ़ने की कोशिश करती है। उल्टी दिशा में होने से उसका संतुलन बिगड़ जाता है और वह फिसलकर गिर जाती है। वहां कांस्टेबल महिला के लिए मसिहा बन कर आता है। ऐसे वीडियो देश के कई हिस्से में देखे जाते हैं, उसके बावजूद लोग सबक नहीं लेते हैं। पिछले महीने मुंबई के कुर्ला के लोकमान्य तिलक टर्मिनल में भी ऐसे ही एक शख्स गिर गया था, उसकी भी जान वहां मौजूद एक कांस्टेबल ने बचाई थी।