संकट काल में मदद में आगे रही रेलवे, अब तक देश के विभिन्न राज्यों को 4,200 मीट्रिक टन आक्सीजन पहुंचाई

सभी बाधाओं को पार करते हुए भारतीय रेलवे ने अब तक 4200 मीट्रिक टन लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन (LMO) महाराष्ट्र मध्य प्रदेश हरियाणा राजस्थान उत्तर प्रदेश और दिल्ली तक पहुंचाया है। रेलवे ने रविवार को इसको लेकर जानकारी दी।

By Shashank PandeyEdited By: Publish:Mon, 10 May 2021 08:49 AM (IST) Updated:Mon, 10 May 2021 09:03 AM (IST)
संकट काल में मदद में आगे रही रेलवे, अब तक देश के विभिन्न राज्यों को 4,200 मीट्रिक टन आक्सीजन पहुंचाई
कोरोना संकटकाल में रेलवे ने की मदद। (फोटो: दैनिक जागरण)

नई दिल्ली, एजेंसियां। कोरोना संकट काल में रेलवे लोगों की मदद के लिए हमेशा आगे रहा है। रेलवे ने 19 अप्रैल से लेकर अब तक 268 टैंकर के जरिए देश के विभिन्न राज्यों को करीब 4200 मीट्रिक टन तरल मेडिकल आक्सीजन की आपूíत की है। रेलवे ने रविवार को बताया कि अब तक 68 आक्सीजन एक्सप्रेस ट्रेन अपनी यात्रा पूरी कर चुकी हैं। इस दौरान महाराष्ट्र में 293 टन, उत्तर प्रदेश में 1230 टन, मध्य प्रदेश में 271 टन, हरियाणा में 555 टन, तेलंगाना में 123 टन, राजस्थान में 40 टन और दिल्ली में 1679 टन आक्सीजन की आपूíत की गई।

रेलवे ने रविवार को कानपुर में 80 टन आक्सीजन की आपूर्ति की।रेलवे ने कहा कि रविवार रात कुछ अन्य आक्सीजन एक्सप्रेस ट्रेन अपनी यात्रा शुरू कर सकती हैं। इस बीच गुजरात के हापा से एक ट्रेन 11 आक्सीजन टैंकर लेकर दिल्ली के लिए निकल चुकी है। इन टैंकरों में 224.67 टन आक्सीजन है जो दिल्ली, उप्र और हरियाणा के अस्पतालों को सप्लाई की जाएगी। 

रेलवे ने 7 राज्यों में COVID-19 के लिए 298 कोच तैयार किए

कोविड केयर कोच के रूप में जाने जाने वाले 298 रेल कोचों को देश के सात राज्यों में 17 स्टेशनों पर कोरोना के मरीजों के खानपान के लिए तैनात किया गया है।रेल मंत्रालय के एक आधिकारिक बयान में कहा कि वर्तमान में, 298 कोचों को 4,700 से अधिक बेड की क्षमता वाले कोविड की देखभाल के लिए विभिन्न राज्यों को सौंप दिया गया है। बयान में कहा गया कि प्लेटफॉर्म पर तैनात किए गए आइसोलेशन कोचों को विधिवत रूप से बैरिकेड, मेक-शिफ्ट टेंट प्रदान किया गया है और यहां ड्यूटी पर तैनात चिकित्सा कर्मियों की सुविधा के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं।

रेलवे ने आपात स्थितियों को पूरा करने के लिए प्रत्येक कोच में दो ऑक्सीजन सिलेंडर और आग बुझाने का भी प्रावधान किया है और इन कोचों में मरीजों के लिए दिशात्मक मार्गदर्शन, रैंप सुविधा भी प्रदान की गई है।

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