Indian Railways: तीन साल में 120 यात्रियों के लिए देवदूत बने रेलवे पुलिस के जवान
यात्रियों को बचाते हुए नौ पुलिसकर्मी घायल भी हुए। छूटती ट्रेनों को पकड़ने के चक्कर में होते हैं हादसे। पिछले तीन सालों में 120 यात्रियों के लिए रेलवे पुलिस के जवान देवदूत बनकर उभरे। रिपोर्ट के मुताबिक ऐसी घटनाएं लगभग रोज होती हैं।
नई दिल्ली, मिड डे। पिछले तीन सालों में 120 यात्रियों के लिए रेलवे पुलिस के जवान देवदूत बनकर उभरे। रेलवे पुलिस फोर्स (आरपीएफ) ने 111 और सरकारी रेलवे पुलिस (जीआरपी) के जवानों ने नौ लोगों को दुर्घटनाओं से बचाया। इस वीरता वाले काम में नौ पुलिसकर्मी घायल भी हुए।
रिपोर्ट के मुताबिक, ऐसी घटनाएं लगभग रोज होती हैं, जब छूटती ट्रेनों को पकड़ने के चक्कर में लोग गिर जाते हैं। अब तक ऐसी घटनाओं की रिपोर्ट नहीं बनती थी। पिछले तीन साल से ऐसी घटनाओं को रिकार्ड में रखा जा रहा है। अधिकतर मामलों में रेलवे पुलिस के जवान अपनी जान की परवाह किए बिना यात्रियों को बचाने के लिए कूद जाते हैं। ऐसी घटनाएं सीसीटीवी में भी कैद हो रही हैं।
अब तक चार लोगों की जान बचा चुकीं आरपीएफ की महिला सब इंस्पेक्टर कविता साहू का कहना है, कल्याण रेलवे स्टेशन में ड्यूटी के दौरान 2020 में मैंने तीन जबकि इस साल अप्रैल में एक शख्स की जान बचाई। अधिकतर मामलों में लोग चलती गाड़ी को पकड़ने के चक्कर में गिर जाते हैं जबकि कई लोग गलती से दूसरी गाड़ी में चढ़ जाते हैं और जब उन्हें इसका पता चलता है तो वे भागते हैं और इसमें हादसा होने का डर रहता है।