रेल यात्रियों की सुरक्षा में आरपीएफ का आधुनिक तकनीक पर जोर, टिकट बुकिंग में फर्जीवाड़े पर लगेगी लगाम

रेल यात्रियों और रेलवे की संपत्तियों की सुरक्षा के लिए रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) ने आधुनिक तकनीक के उपयोग पर बल दिया है। रेलवे में फर्जी तरीके से ट्रेन टिकट बुक कराने वाले अवैध साफ्टवेयर और दलालों पर अंकुश रखने में नई तकनीक की अहम भूमिका होगी।

By Krishna Bihari SinghEdited By: Publish:Fri, 25 Jun 2021 08:04 PM (IST) Updated:Fri, 25 Jun 2021 08:33 PM (IST)
रेल यात्रियों की सुरक्षा में आरपीएफ का आधुनिक तकनीक पर जोर, टिकट बुकिंग में फर्जीवाड़े पर लगेगी लगाम
रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) ने आधुनिक तकनीक के उपयोग पर बल दिया है।

नई दिल्ली, जेएनएन। रेल यात्रियों और रेलवे की संपत्तियों की सुरक्षा के लिए रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) ने आधुनिक तकनीक के उपयोग पर बल दिया है। रेलवे में फर्जी तरीके से ट्रेन टिकट बुक कराने वाले अवैध साफ्टवेयर और दलालों पर अंकुश रखने में नई तकनीक की अहम भूमिका होगी। आरपीएफ के महानिदेशक अरुण कुमार ने पत्रकारों से वर्चुअल बातचीत में बताया कि भविष्य में टिकट बुक करने वाली साइटों पर लॅगिन को यात्री के आधार नंबर या पासपोर्ट नंबर से जोड़ा जा सकता है।

इससे टिकट में दलालों का दखल खत्म करने में मदद मिलेगी। आरपीएफ महानिदेशक कुमार ने बताया कि रेलवे के जवानों ने वर्ष 2019 से लेकर मई 2021 के दौरान ट्रेनों अथवा स्टेशनों पर यात्रियों के 37 करोड़ रुपए की लागत के कुल 22835 सामान बरामद कर उन तक पहुंचाए। इस दौरान यात्रियों से सुरक्षा संबंधी कुल 37 हजार से अधिक काल रिसीव कर तत्काल कार्रवाई की गई। रेलवे में महिलाओं की भूमिका अहम है, जिससे महिला सुरक्षा में सुधार हुआ है।

महिला यात्रियों की सुरक्षा के लिए आरपीएफ द्वारा शुरू की गई 'मेरी सहेली' की पहल ट्रेनों में अकेले सफर करने वाली महिलाओं के लिए वरदान साबित हुई है। महिला यात्रियों की सुरक्षा के लिए इन्हें सभी डिवीजनों में तैनात किया गया है। कोरोना के दौरान अपने परिवार जनों को खो चुके बच्चों की सुरक्षा के लिए आरपीएफ ने विशेष योजना तैयार की है। कुमार ने बताया कि पिछले तीन वर्षों में रेलवे ने 56 हजार बच्चों को बचाया है।

महिला व बाल विकास मंत्रालय से विचार-विमर्श कर उनके लिए हेल्प डेस्क तैयार किए गए हैं। नामित गैर सरकारी संगठनों को 132 स्टेशनों पर इसे चलाया जा रहा है। इसी दौरान लगभग एक हजार बच्चों को तस्करी से बचाया गया। कुमार ने कोरोना के दौरान स्टेशनों पर लोगों की मदद करने के साथ श्रमिक ट्रेनों में यात्रा करने वाले यात्रियों को आरपीएफ के जवानों ने उन्हें उचित सहयोग दिया। यात्रियों की सुरक्षा में बेहतरीन कार्य करने वा वाले जवानों को आरपीएफ ने अवार्ड देकर उन्हें नवाजा भी है। 

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