कोरोना संकट के दौरान युवा लड़कियों के पास सीमित या नहीं पहुंच पाई डिजिटल डिवाइस, इस सर्वे में बड़ा खुलासा

एक सर्वे सामने आया है जिसमें पता चला है कि लॉकडाउन के दौरान लड़कियों और लड़कों में डिजिटल डिवाइस पहुंचने को लेकर भिन्नता है। बताया जा रहा है कि इस दौरान युवा लड़कियों के पास सीमित मात्रा में या तो बिल्कुल भी मोबाइल कंप्यूटर की पहुंच नहीं रही।

By Pooja SinghEdited By: Publish:Mon, 25 Jan 2021 12:09 PM (IST) Updated:Mon, 25 Jan 2021 12:09 PM (IST)
कोरोना संकट के दौरान युवा लड़कियों के पास सीमित या नहीं पहुंच पाई डिजिटल डिवाइस, इस सर्वे में बड़ा खुलासा
युवा लड़कियों के पास सीमित या नहीं पहुंच पाई डिजिटल डिवाइस, इस सर्वे में बड़ा खुलासा

नई दिल्ली, आइएएनएस। कोरोना काल ने सभी स्तरों पर देश को प्रभावित किया है। अब खबर आई है कि भारत में महामारी के दौरान भारतीय लड़कियों में डिजिटल पुहंच को लेकर भिन्नता है। एक सर्वे में पता चला है कि भारत में कोरना काल के दौरान अधिकांश युवा लड़कियों के पास मोबाइल फोन या कंप्यूटर की पहुंच सीमित है या फिर नहीं है। यूनेस्को के अनुसार, भारत में लॉकडाउन के दौरान 158 मिलियन छात्राओं की औपचारिक शिक्षा और बेहतर जीवन के लिए संजोए गए उनके सपनों को प्रभावित किया है।

न्यूज एजेंसी आइएनएस की रिपोर्ट के मुताबिक, दिल्ली में स्थित एक एनजीओ (Catalyzing Change (C3) ने 10 राज्यों के 29 जिलों में सर्वे किया, जिसमें 4,100 लोगों ने जवाब दिया। सर्वे में सामने आया कि भारतीय युवा लड़कियों के पास डिजिटल डिवाइस पहुंचने का संकट है।

हरियाणा में दिखा जेंडर भिन्नता

इस सर्वे में पाया गया है कि कर्नाटक की 65 फीसद युवा लड़कियों के पास डिजिटल और मोबाइल डिवाइस की पहुंचा जबकि लड़कों के लिए बहुत आसनी से डिजिटल डिवाइस पहुंची। उधर, हरियाणा में भी तो काफी जेंडर भिन्नता देखने को मिली है। जबकि तेलंगाना में सबसे कम भिन्नता देखने को मिली है। इस राज्य में सिर्फ 12 फीसद लड़कियों तक डिजिटल डिवाइस पहुंची है। 

जारी किए गए सर्वे के बाद एनजीओ की तरफ से कहा गया कि यह अतंर लड़कियों के परिवार के व्यहवार डिजिटिल डिवाइस को एक्सेस करने के लिए दिए जाने वाले सीमित समय के चलते हुआ है। एनजीओ ने बताया कि एक दिन में एक घंटे से भी कम समय के लिए  42 फीसद लड़कियों को मोबाइल इस्तेमाल करने की इजाजत दी जाती है। 

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